पाकिस्तान के कानून मंत्री जाहिद हामिद ने पुलिस और कई धर्मों के प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पों के बाद सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. डॉन न्यूज के मुताबिक, सरकार और प्रदर्शनकारियों के बीच रविवार रात को हुए एक समझौते के तहत कानून मंत्री ने इस्तीफा दिया है.
इस्लामाबाद के फैजाबाद इंटरचेंज और देश के कई अन्य हिस्सों में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच दो दिन तक चली झड़पों के बाद ये समझौता हुआ है. इन झड़पों में छह लोगों की मौत हो गई, जबकि सैकड़ों लोग घायल हो गए. इस समझौते के बाद प्रदर्शनकारी नेता सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में धरने को खत्म करने का ऐलान कर सकते हैं.
कानून मंत्री ने देश को संकट की स्थिति से बाहर निकालने के लिए रविवार रात को प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी को इस्तीफा पेश कर दिया. डॉन न्यूज को बताया गया कि अब्बासी आज (सोमवार) शाम तक उनके इस्तीफे को स्वीकार कर सकते हैं.
फैजाबाद में इकट्ठा हुए प्रदर्शनकारी तहरीक-ए-खत्म-ए-नबुवात, तहरीक-ए-लब्बैक या रसूल अल्लाह (टीएलवाई) और सुन्नी तहरीक पाकिस्तान (एसटी) के हैं. ये लोग हामिद को बर्खास्त करने और चुनाव अधिनियम 2017 में खत्म-ए-नबूवत शपथ के संशोधन में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे, जिसे बाद में नेशनल असेंबली ने 'लेखन त्रुटि' यानी राइटिंग एरर बताया था.
सरकार ने बाद में इसमें संशोधन को वापस ले लिया था. सरकार ने रविवार को फैजाबाद और इस्लामाबाद और रावलपिंडी के अन्य हिस्सों में उग्र प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए पंजाब रेंजर्स की तैनाती की थी. इस्लामबाद में लगभग 1,000 रेंजर्स की तैनाती की गई थी.
(इनपुट IANS से)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)