भारतीय प्रधानमंत्री और भारतीय सरकार पर गाहे-बगाहे फासीवादी होने का आरोप लगाने वाले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान नियाजी पर खुद फासीवादी होने का आरोप लगाया गया है. पाकिस्तान के प्रमुख विपक्षी दल पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी ने इमरान खान नियाजी के नाम में शामिल नियाजी को 'नाजी' कहकर संबोधित किया. साथ ही बिलावल ने कहा कि इमरान खान के राज में मुजफ्फराबाद को बचाकर रखना हमारी पॉलिसी हो गई है.
पहले हमारी कश्मीर पॉलिसी थी कि कैसे श्रीनगर को अपने कब्जे में लाया जाए लेकिन अब इमरान खान की लालच की वजह से पॉलिसी है कि मुजफ्फराबाद को कैसे बचाना है.बिलावल भुट्टो
पाकिस्तान में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है: बिलावल
अडियाला जेल में बंद अपने पिता आसिफ अली जरदारी और बुआ फरयाल तालपुर से मुलाकात के बाद बिलावल ने संवाददाताओं से कहा, "इमरान कश्मीर में (नरेंद्र) मोदी के जुल्म का वर्णन करने में नाजियों का जिक्र करते हैं जबकि यहां एक नियाजी है जो इनसे भी कहीं बड़ा फासीवादी है, जो मीडिया, लोकतंत्र पर हमले कर रहा है और मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहा है."
बिलावल ने आरोप लगाया कि उनके पिता जरदारी को जान से मारने की कोशिश हो रही है. उन्हें चिकित्सा सुविधा से वंचित रखा जा रहा है.
उन्होंने कहा, "नियाजी एक फासीवादी हैं जो मीडिया और लोकतंत्र पर हमले कर रहे हैं, महिलाओं को गिरफ्तार कर रहे हैं. लेकिन, वह भूल गए हैं कि पीपीपी कभी दबाव में नहीं टूटी और अयूब खान, यहया खान, जिया उल हक, जनरल मुशर्रफ जैसे तानाशाहों से निपटने में पीछे नहीं रही. ऐसे में यह कठपुतली (इमरान खान) भला हमें क्या परेशान कर सकता है?"
उन्होंने कहा, "हम अदालत जाएंगे. अगर डॉक्टरों की सलाह पर अमल नहीं हुआ और जरदारी को कुछ हुआ तो फिर यह अमल नहीं करने वाले इसके लिए जिम्मेदार होंगे."
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