पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अमेरिका में जाकर कई बड़े खुलासे किए हैं. उन्होंने अब कुबूल किया है कि पाकिस्तान में अभी भी 30 से 40 हजार आतंकवादी मौजूद हैं. ये सभी आतंकवादी अफगानिस्तान औ कश्मीर के कुछ हिस्सों में हमले करवाने और ऐसी ही गतिविधियों में शामिल हैं. सिर्फ यही नहीं उन्होंने पिछली सरकारों पर आरोप लगाते हुए कहा कि पाकिस्तान में पिछले 15 सालों में 40 आतंकी संगठन एक्टिव थे.
पाकिस्तान के पीएम ने अमेरिका में एक इवेंट के दौरान कहा कि पिछले 15 सालों में कई आतंक के मुद्दे को लेकर पाकिस्तान ने अमेरिका को कभी भी सच नहीं बताया. पिछली सरकारों ने ये स्वीकार नहीं किया कि हमारी जमीन पर क्या हो रहा है.
भरोसे पर कायम होगा रिश्ता
इमरान खान ने इस दौरान अमेरिका और पाकिस्तान के रिश्तों पर भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच लंबे समय तक भरोसे की कमी रही. लेकिन अब आगे के लिए रिश्तों में भरोसा होना जरूरी है. इमरान खान ने कहा कि जब अमेरिका आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान की मदद चाहता था तब पाकिस्तान खुद कई मुसीबतों से जूझ रहा था.
तालिबान से होगी बातचीत
पाकिस्तानी पीएम ने अमेरिका में तालिबान का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान तालिबान को बातचीत के मंच तक लाने की पूरी कोशिश कर रहा है. इमरान खान ने कहा, यह उम्मीद नहीं करनी चाहिए कि ये सब आसान होगा. क्योंकि अफगानिस्तान में हालत काफी खराब हैं. हम अपनी पूरी कोशिश करेंगे. पूरा पाकिस्तान मेरे साथ खड़ा है. जो अमेरिका चाहता है वही हम भी चाहते हैं. अफगानिस्तान में जल्द से जल्द शांतिपूर्ण व्यवस्था कायम करना ही हमारा लक्ष्य है.
लादेन पर भी किया था खुलासा
इससे पहले इमरान खान ने अमेरिका में एक और खुलासा किया था. उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान लादेन की मौजूदगी के बारे में जानता था. हालांकि उन्होंने पाकिस्तान का बचाव करते हुए कहा कि पाकिस्तान की खुफिया सेवा इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) ने ही अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए को जानकारी मुहैया कराई, जिसकी मदद से अमेरिका अल कायदा प्रमुख लादेन तक पहुंचा था. उनका ये बयान पाकिस्तान के आधिकारिक रुख के उलट आया है.
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