ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स अब ठीक हैं और सेल्फ-आइसोलेशन से बाहर आ गए हैं. प्रिंस के कोरोना वायरस से उभरने के बाद क्लेरेंस हाउस ने उन रिपोर्ट्स को खारिज किया है जिसमें कहा गया था प्रिंस चार्ल्स के ठीक होने में आयुर्वेद और होम्योपैथी का बड़ा योगदान है. ये दावा कुछ दिनों पहले आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा मंत्रालय में राज्य मंत्री श्रीपद नाइक ने किया था.
नाइक ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया था कि बेंगलुरू में सौक्य आर्युवेद रिसॉर्ट चलाने वाले इसैक मथाई ने उन्हें बताया कि "आयुर्वेद और होम्योपैथी के माध्यम से प्रिंस चार्ल्स का उनका इलाज सफल रहा है."
पीटीआई के मुताबिक, क्लेरेंस हाउस के प्रवक्ता ने कहा, "ये जानकारी गलत है. प्रिंस ऑफ वेल्स ने ब्रिटेन में एनएचएस की मेडिकल सलाह का पालन किया, इससे ज्यादा कुछ नहीं."
ठीक होने के बाद अस्पताल का उद्धघाटन किया
प्रिंस चार्ल्स ने 3 अप्रैल को कोरोना वायरस का इलाज करने के लिए पूर्वी लंदन में एक नए अस्थायी अस्पताल का वीडियो लिंक के जरिए उद्घाटन किया. 71 वर्षीय प्रिंस चार्ल्स ने लंदन के डॉकलैंड्स में एक्सेल कॉन्फ्रेंस केंद्र में कुछ दिनों के अंदर बने चार हजार बिस्तरों वाले एनएचएस नाइटिंगेल अस्पताल की वीडियो लींक के जरिए औपचारिक रूप से शुरूआत की.
25 मार्च को प्रिंस चार्ल्स के कोरोनावायरस से संक्रमित होने की खबर आई थी. प्रिंस चार्ल्स की पत्नी और डचेस ऑफ कॉर्नवेल, कैमिला का भी टेस्ट किया गया था, लेकिन उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है.
(इनपुट: भाषा)
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