क्वाड देशों के नेताओं ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र को सुरक्षित और मुक्त रखने के लिए साझा लक्ष्य रखने वाले देशों के साथ काम करने की बात दोहराई है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा ने वाशिंगटन पोस्ट में एक साझा ओपिनियन आर्टिकल लिखकर इस संबंध में अपनी बात रखी हैं.
लेख में क्वाड देशों के नेताओं ने 2022 तक हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सभी लोगों को कोविड वैक्सीन लगाने की बात भी कही.
"क्वाड संकट के दौरान बनाया गया था. 2007 में यह डिप्लोमेटिक डॉयलॉग बन गया. 2017 में इसका फिर से जन्म हुआ. पूरे हिंद-प्रशांत क्षेत्र में आपसी संबंधों और मौकों के इस युग में, हम एक बार फिर मदद की आस लगाए बैठे क्षेत्र के लिए साथ मिलकर काम करने के लिए इकट्ठा हुए हैं."- वाशिंगटन पोस्ट में क्वाड नेताओं का ओपिनियन आर्टिकल
लेख में आगे लिखा गया, "इस पृष्ठभूमि में हम एक बार फिर मुक्त, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिेए हमारी प्रतिबद्धताओं को दोहरा रहे हैं. हम कोशिश कर रहे हैं कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र सबकी पहुंच में और सुचारू रहे, इसका प्रशासन अंतरराष्ट्रीय कानूनों और मजबूत मूल्यों, जैसे आवाजाही की स्वतंत्रता और विवादों के शांतिपूर्ण निपटारे के आधार पर हो."
इस क्षेत्र को मुक्त और खुला बनाए रखने के हमारे लक्ष्य के सामने नई तकनीकों से आने वाली चुनौतियों से जूझने के लिए हमने एकसाथ आने का फैसला किया है. यह साफ है कि क्लाइमेट चेंज एक रणनीतिक प्राथमिकता और आपात वैश्विक चुनौती है, इसमें हिंद-प्रशांत का क्षेत्र भी शामिल है.वाशिंगटन पोस्ट में क्वाड नेताओं का ओपिनियन आर्टिकल
चारों नेताओं ने पेरिस समझौते को मजबूत करने के लिए काम करने के साथ-साथ पर्यावरण सुरक्षा के लिए उठाए जाने वाले कदमों को भी तेज करने का फैसला किया है.
पढ़ें ये भी: Quad: चीन को काबू करना है तो ‘एक अरब वैक्सीन’ जैसे और ‘तीर’ चाहिए
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)