रूसी अधिकारियों ने दावा किया कि यूक्रेन (Ukraine) की तरफ से पांच लोगों ने रूस की फेडरल सिक्यॉरिटी सर्विस द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली बॉर्डर फेसिलिटी को नष्ट कर दिया था. जिन्हें रूस ने मार गिराया.
लेकिन यूक्रेन ने सोमवार को रूस (Russia) द्वारा किए गए इस दावे का खंडन कर दिया जिसमें रूस ने दावा किया कि रूसी सेना ने पांच यूक्रेनी "उत्पात करने वालों" को मार डाला था, जिन्होंने कथित तौर पर हमला करने के लिए सीमा पार की थी.
विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने रूसी अधिकारियों द्वारा जारी किए गए दावों से इनकार किया, लेकिन इससे यह आशंका बढ़ गई कि क्रेमलिन यूक्रेन पर आक्रमण की तैयारी तेज कर रहा है.
एक ट्वीट में उन्होंने लिखा, "नहीं, यूक्रेन ने ये सब नहीं किया: ना ही डोनेट्स्क या लुगांस्क पर हमला, ना ही रूसी सीमा पर तोड़फोड़ की.
कुल मिलाकर रूस द्वारा किए गए हर दावों को यूक्रेन ने नकार दिया है.
आगे उन्होंने लिखा कि, यूक्रेन ऐसी किसी भी कार्रवाई की योजना नहीं बना रहा है. रूस, अब अपनी फेक-उत्पादक फैक्ट्री को बंद करो."
"हम समझते हैं कि 2015 मिन्स्क शांति समझौते को लागू करने के लिए कोई संभावनाएं नहीं हैं"
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को कहा कि उन्हें अब ऐसा नहीं लगता कि 2015 की एक महत्वपूर्ण योजना जो फ्रांस, जर्मनी और कीव (यूक्रेन की राजधानी) के साथ की गई थी वो यूक्रेन के अलगाववादी संघर्ष को हल करने में सक्षम होगी.
पुतिन ने अपने सिक्योरिटी काउंसिल को बताया, "हम समझते हैं कि 2015 मिन्स्क शांति समझौते को लागू करने के लिए कोई संभावनाएं नहीं हैं, जो बेलारूस की राजधानी में यूक्रेन की सेना और देश के पूर्व में मास्को समर्थक विद्रोहियों के बीच लड़ाई को समाप्त करने के लिए की गई थी."
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