श्रीलंका (Sri Lanka) में जारी आर्थिक संकट (Economic Crisis) के बीच आम लोग सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और उसे देखते हुए श्रीलंकाई सरकार को देश में आपातकाल का ऐलान करना पड़ा है. अब श्रीलंका के क्रिकेटर भी प्रदर्शनकारियों के समर्थन में आ गए हैं.
श्रीलंका क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सनथ जयसूर्या (Sanath Jayasuriya) सड़कों पर हैं तो इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2022) के लिए भारत आए पूर्व क्षीलंकाई खिलाड़ी अपने दर्द को जाहिर कर रहे हैं.
जयसूर्या सड़कों पर कर रहे विरोध
सनथ जयसूर्या की एक फोटो सामने आई है जिसमें वो एक विरोध प्रदर्शन में एक पोस्टर लिए दिख रहे हैं. पोस्टर पर लिखा है, “श्रीलंका को आने वाली पीढ़ी के लिए सुरक्षित रखना होगा."
महंगाई से जूझ रहे श्रीलंका में आलू 200 से उपर, तो एक किलोग्राम चावल 500 रुपए के करीब मिल रही है. ऐसे में श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर और IPL की टीम मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) के कोच महेला जयवर्धने (Mahela Jayawardene) ने भी अपनी तकलीफ जाहिर की है. महेला जयवर्धने ने अपने इंस्टाग्राम पर लिखा है-
'मैं श्रीलंका में आपातकाल कानून और कर्फ्यू को देखकर दुखी हूं. मौजूदा सरकार उन लोगों की जरूरतों को नजरअंदाज नहीं कर सकती, जिन्हें विरोध करने का पूरा अधिकार है. ऐसा करने वाले लोगों को हिरासत में लेना स्वीकार्य नहीं है और मुझे श्रीलंका के बहादुर वकीलों पर बहुत गर्व है, जिन्होंने उनके बचाव में भाग लिया. असली नेता अपनी गलतियों को मान लेता है. यह इंसानी गलती है, इसे इस काम में माहिर लोग ही सही कर सकते हैं. देश की अर्थव्यवस्था को कंट्रोल करने वाले कुछ लोग देशवासियों का विश्वास खो रहे हैं. देशवासियों को विश्वास दिलाने के लिए हमें एक अच्छी टीम की जरूरत है. यह समय बहाने बनाने का नहीं काम करने का है.''
इन दिनों इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2022) में इस देश के कई क्रिकेट बतौर खिलाड़ी और कोच के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन वे भी अपनी मातृभूमि देश के हालात को देखकर दुखी और चिंतित हैं.
कुमार संगाकारा की नाराजगी
2011 विश्व कप में श्रीलंका टीम की कमान संभाल चुके और राजस्थान रॉयल्स (RR) के क्रिकेट डायरेक्टर कुमार संगकारा ने लिखा,
'श्रीलंका के लोगों की मुश्किलें देखकर काफी दुख हो रहा है, लोग अपनी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं. हर दिन कठिन होता जा रहा है. लोग गुस्से में है, कुछ लोग इस गुस्से का गलत फायदा भी उठा रहे हैं. इस वक्त सभी को निजी और राजनीतिक दूरियों को भुलाते हुए एक साथ बेहतर श्रीलंका के लिए काम करना चाहिए. श्रीलंका के लोग दुश्मन नहीं है, उन्हें हर हाल में बचाना चाहिए, उनके भविष्य के लिए काम होना चाहिए.'
सिर्फ पूर्व खिलाड़ी ही नहीं मौजूदा खिलाड़ियों ने भी श्रीलंका की हालत पर चिंता जाहिर की है. पंजाब किंग्स के श्रीलंकाई विकेटकीपर बल्लेबाज भानुका राजपक्षे ने ट्विटर पर लिखा है, 'मैं बेशक अपने देश से कई मिल दूर हूं, लेकिन अपने देशवासियों के दर्द को महसूस कर सकता हूं, जो हर दिन संघर्ष कर रहे हैं. अब उनकी मौलिक अधिकारों के लिए भी उनके आवाज को दबाया जा रहा है. जब 22 मिलियन आवाजें एक साथ उठती हैं तो उसे दबाया नहीं जा सकता है.'
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)