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श्रीलंकाःकोलंबो में सड़कों पर लोग,24 घंटे में वित्त मंत्री का इस्तीफा-बड़े अपडेट

श्रीलंका के नए वित्त मंत्री अली साबरी ने अपनी नियुक्ति के एक दिन बाद ही अपना इस्तीफा सौंप दिया.

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श्रीलंका में जारी आर्थिक संकट (Sri Lanka Economic Crisis) के बीच तेजी से घटनाक्रम बदल रहे हैं. इस समय श्रीलंका की नाव भंवर में फंसी हुई है. देश में अब राजनीतिक संकट भी गहरा गया है. महिंद्रा राजपक्षे सरकार अल्पमत में आ गई है.

देश की राजधानी कोलंबो में पर्यटन उद्योग को बचाने के लिए शेफ्स गिल्ड के सदस्य सड़क पर उतर गए हैं, तो वहीं, श्रीलंकाई सरकार ने नार्वे और इराक का दूतावास बंद करने की घोषणा की है.

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अल्पमत में सरकार, गहराया राजनीतिक संकट

दरअसल, 225 सदस्यीय वाली श्रीलंका की संसद में सत्ताधारी श्रीलंका पोदुजाना पेरामुना पार्टी (SLPP) के पास 117 सांसद हैं, जबिक उनकी सहयोगी पार्टी SLFP के पास 15 सदस्य हैं. वहीं, इस गठबंधन के साथ 10 दलों के 14 अन्य सांसद शामिल हैं.

श्रीलंका के विपक्षी दल SJB के पास 54 सांसद सदस्य हैं. इसके अलावा TNA के पास 10 सदस्य और अन्य के पास 15 सदस्य हैं. सत्ताधारी पार्टी में फूट के बाद SLPP के पास अब सिर्फ 105 सांसद रह गए हैं. सत्तारूढ़ दलों में असंतुष्ट सांसदों की संख्या बढ़कर 41 हो गई है, साथ ही इसके बढ़ने की और संभावना जताई जा रही है.

नियुक्ति के एक दिन बाद ही वित्त मंत्री का इस्तीफा

श्रीलंका के नए वित्त मंत्री अली साबरी ने अपनी नियुक्ति के एक दिन बाद ही यानी मंगलवार को अपना इस्तीफा सौंप दिया. बता दें, एक दिन पहले ही राष्ट्रपित गोटबाया राजपक्षे ने अपने भाई बेसिल राजपक्षे को बर्खास्त कर साबरी को नियुक्त किया था. साबरी सोमवार को उन चार मंत्रियों में शामिल थे जिनको राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे नियुक्त किया था.

नार्वे, इराक के दूतावास बंद करेगा श्रीलंका

श्रीलंकाई सरकार ने ये घोषणा की है कि आने वाले 30 अप्रैल से नार्वे और इराक के दूतावास को बंद कर दिया जाएगा. इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया स्थित वाणिज्यक दूतावास भी 30 अप्रैल से बंद हो जाएगा.

कोलंबो में सड़क पर लोग

श्रीलंका के शेफ गिल्ड के सदस्यों ने कोलंबो में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है. शेफ्स गिल्ड ऑफ श्रीलंका के चेयरमैन ने कहा कि हम यहां पर्यटन उद्योग में कई हितधारकों का प्रतिनिधित्व करने के लिए हैं जो प्रभावित हुए हैं. हमें देश में पर्यटन उद्योग को बचाने की जरूरत है.

राष्ट्रपति के इस्तीफे की मांग

श्रीलंकाई प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि देश में आर्थिक संकट आया है जिससे भोजन, ईंधन और दवाओं की कीमत दिन पर दिन बढ़ती जा रही है ऐसे में राष्ट्रपति को इस्तीफा दे देना चाहिए. प्रदर्शनकारियों ने कोलंबो में इंडिपेंडेंस मेमोरियल हॉल और राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के कार्यालय के बाहर इकट्ठा होकर राष्ट्रपति के इस्तीफे की मांग की.

पीएम और राष्ट्रपति को छोड़कर कैबिनेट के सभी मंत्रियों का इस्तीफा

बता दें, प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे और राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को छोड़कर कैबिनेट के सभी मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. यहां तक कि महिंदा राजपक्षे के बेटे नमल राजपक्षे ने भी अपने सभी विभागों से इस्तीफा दे दिया है.

इस्तीफे के बाद नमल राजपक्षे ने एक ट्वीट कर कहा कि मैंने तत्काल प्रभाव से सभी विभागों से अपने इस्तीफे के बारे में राष्ट्रपति को सूचित कर दिया है, उम्मीद है कि इससे लोगों और श्रीलंका की सरकार को देश में स्थिरता स्थापित करने में महामहिम राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को सहायता होगी. मैं और मेरी पार्टी अपने मतदाताओं के लिए प्रतिबद्ध है.

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