डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान पर हमले का आदेश ऐन वक्त पर रोक लिया. पूरी दुनिया में इसे लेकर हो रही चर्चा के बीच ट्रंप ने खुद बताया कि उन्होंने हमले का आदेश क्यों वापस ले लिया.
ट्रंप ने अपने ट्वीट में इस बात का खुलासा किया कि अमेरिकी ड्रोन को मार गिराए जाने के बावजूद उन्होंने ईरान पर हमले का आदेश क्यों रोक दिया.
ट्रंप ने एक ट्वीट कर कहा है
मैंने हमले के आदेश दे दिए थे लेकिन फिर मैंने पूछा कि कितने लोग मारे जाएंगे, जनरल ने कहा 150. मैंने कहा कि मानवरहित ड्रोन गिराने के बदले 150 लोगों की जान लेना ठीक नहीं. मैंने रुकने का आदेश दिया. ईरान पर प्रतिबंध कारगर हैं, पिछली रात कुछ और प्रतिबंध लगाए गए हैं. ईरान कभी भी एटमी हथियार हासिल नहीं कर पाएगा, न अमेरिका के खिलाफ, न दुनिया के खिलाफ.
ईरान पर हमला न करने की ये भी वजह?
माना जा रहा है कि ट्रंप अभी ईरान से युद्ध की बजाए उसे सख्त संदेश ही देना चाहते हैं. इस बात की कुछ मुख्य वजहें ये हैं:
- ट्रंप की नजर अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनावों पर है. वह नहीं चाहते कि इस चुनाव तक अमेरिकी किसी भी युद्ध में उलझे.
- न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने ट्रंप को चेताया है कि ईरान पर सैन्य कार्रवाई से मिडिल ईस्ट में मौजूद अमेरिकी सैनिकों के लिए जोखिम बढ़ सकता है.
- अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ईरान पर कड़ी कार्रवाई के पक्ष में हैं, लेकिन अमेरिकी संसद के बहुत से नेता सर्तकता बरतने की सलाह दे रहे हैं. ऐसे में ईरान पर कड़ी कार्रवाई को लेकर अमेरिका में एक राय नहीं है.
दरअसल ईरान ने 20 जून को एक अमेरिकी ड्रोन मार गिराया, इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बहुत बढ़ गया है. अपना ड्रोन गिराए जाने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने ईरान को धमकाने वाले लहजे में ट्वीट कर कहा, ''ईरान ने बहुत बड़ी गलती की है.''
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)