ट्विटर सीईओ पराग अग्रवाल ने अपने दूसरे बच्चे के जन्म पर पैटरनिटी लीव लेने का फैसला किया है. उनके इस कदम का दूसरे पेरेंट्स ने बहुत स्वागत किया है.
इंडियन एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा का कहना है कि अब वक्त आ गया है जब पैटरनिटी लीव को सामान्य बनाया जाए. बता दें पिछले साल जनवरी में विराट कोहली ने उनकी बेटी वमिका के जन्म पर कुछ दिन की छुट्टी ली थी. तब विराट ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले टेस्ट के बाद वापस आ गए थे.
हालांकि अमेरिका में मैटरनिटी और पैटरनिटी छुट्टियों को लेकर नियम बहुत कड़े हैं. लेकिन ट्विटर पूरे 20 हफ्ते की पैटरनिटी लीव देता है. जबकि अमेरिका में संघीय स्तर पर काम करने वाले माता-पिता के लिए कोई पेड लीव का प्रबंध नहीं है.
लेकिन ट्विटर ने अपने सीईओ के इस कदम की सराहना करते हुए कहा है कि वे सभी कर्मचारियों को ऊचित ढंग से यह छुट्टी उपलब्ध कराते हैं.
वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, कॉरपोरेट कम्यूनिकेशन की प्रमुख लाउरा यागरमैन ने कहा, "ट्विटर में हम सभी कर्मचारियों को उनके लिए सबसे बेहतर तरीके से पेरेंटल लीव देने की कोशिश करते हैं."
ट्विटर के चीफ फायनेंशियल ऑफिसर नेड सेगल ने भी कदम का समर्थन किया और कहा कि इस तरीके के प्रावधान बहुत पहले ही हो जाने चाहिए थे.
नेड सेगल ने कहा, "काश कि जब मैं करियर के शुरुआत में था, और जब मैं पिता बना था, तब हमारे लीडर्स ने ऐसा किया होता."
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अलग-अलग हिस्सों में बांटी जानी चाहिए पैटरनिटी लीव
हालांकि कुछ लोगों ने कहा कि पैटरनिटी लीव को रिस्ट्रक्चर किए जाने की जरूरत है. इसे जरूरत के हिसाब से अलग-अलग हिस्सों में दिया जाना चाहिए. ऐसी ही प्रतिक्रिया रेडिट के कोफाउंडर एलेक्सिस ओहानियान ने दी.
रेडिट के को-फाउंडर एलेक्सिस ओहानियान ने पराग अग्रवाल से "उनके लिए जरूरी समय" लेने को कहा. उन्होंने 17 फरवरी को ट्वीट करते हुए कहा था कि पेरेंटल लीव को हिस्सों में बांटा जाना चाहिए. इसे एक ही बार में नहीं लेना चाहिए.
अमेरिका में 10 दिन से भी कम छुट्टी पर रहते हैं पिता
अमेरिका के श्रम मंत्रालय के मुताबिक बच्चे के जन्म पर पिता 10 दिन से भी कम ऑफ लेते हैं. मेटा सीईओ मार्क जकरबर्ग, एलेक्सिस ओहानियान और अमेरिका के ट्रांसपोर्टेशन सेक्रेटरी पीट बट्टिगीग जैसे कुछ लोगों ने पिता बनने पर छुट्टियां ली हैं. लेकिन बट्टिगीग को बहुत ज्यादा आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा था.
इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी लोगों ने पराग अग्रवाल के इस कदम की सराहना की है. हालांकि कुछ लोगों ने सवाल उठाते हुए यह भी पूछा है कि क्या
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