UAE में लोगों को हफ्ते में साढे चार दिन ही काम करना होगा. सरकार ने एक नया कानून बनाते हुए ऐलान किया है कि अब देश में एक हफ्ते के दौरान 5 वर्किंग डे को बदलकर साढ़े चार दिन कर दिया जाएगा. ये नया कानून 1 जनवरी से लागू होगा, जिसके तहत कर्मचारियों को शनिवार और रविवार दो दिन छुट्टी मिलेगा.
UAE द्वारा लिया गया यह फैसला पूरी दुनिया में सुर्खियां बटोर रहा है. पिछले कई सालों से काफी देशों में इस नियम को लेकर चर्चा चल रही थी, लेकिन ऐसा पहली बार यूएई में होने जा रहा है.
नये कानून के मुताबिक कर्मचारियों को ढाई दिन की छुट्टी के साथ काम में समय की छूट और शुक्रवार को वर्क फ्रॉम होम का भी विकल्प दिया जाएगा.
1 जनवरी 2022 से UAE में मौजूद सारे सरकारी कर्मचारियों के लिए एक हफ्ते में 4 वर्किंग डेज कानून का पालन किया जाएगा. हालांकि प्राइवेट कंपनियों को अभी अपने हिसाब से काम करवाने की आजादी है.
जुम्मे की नमाज के लिए दिया जाएगा समय
पिछले दिनों मंगलवार, 7 दिसंबर को UAE ने घोषणा करते हुए कहा कि अब कर्मचारियों को हफ्ते में सिर्फ साढ़े चार दिन ही काम करना होगा. शुक्रवार को मुस्लिम कर्मचारी जुमे की नमाज अदा करते है इसलिए मुस्लिम देशों में इस दिन छुट्टी होती है. इसलिए पांच खाड़ी देशों में शुक्रवार को छुट्टी रहती है.
नये कानून के आ जाने के बाद अब UAE में भी शुक्रवार को दोपहर 12 बजे तक ही काम करना होगा. इसके बाद नमाज अदा होगी और सब अपने-अपने घर जा सकेंगे.
क्या है नया कानून बनाने की वजह
कर्मचारियों के लिए दुनियाभर में तरह तरह के कानून है. UAE के हिसाब से हफ्ते में कार्यरत दिवस में बदलाव करके वो उन देशों के साथ वित्तीय व्यापार और आर्थिक लेन-देन देन कर सकेगा जहां शनिवार और रविवार को हॉलिडे होता है. दूसरे देशों से इस तरह के लेन-देन से यूएई को लाभ होगा.
पिछले एक साल में UAE ने साऊदी अरब के साथ बढ़ती आर्थिक कॉम्पटीशन के समय अपनी इकॉनमी को विदेशी निवेश और प्रतिभा को बढ़ाने के लिए ऐसे ही कई कदम उठाए हैं.
वैसे UAE का खास मकसद वर्क लाइफ को बैलेन्स बनाने का है. अधिक वीकेंड मिलने से लोगों की कार्यक्षमता में बढ़ोतरी होगी और जीवन के साथ काम भी बैलेन्स में चलेगा.
यूएई के मानव संसाधन मंत्री अब्दुल रहमान अल-अवर ने कहा कि यह बदलाव सेंट्रल बैंक जैसी राज्य संस्थाओं को प्रभावित करेगा. उन्होंने ने यह भी कहा की इससे वैश्विक बाजारों में UAE स्टॉक एक्सचेंज अधिक व्यवस्थित होगा.
अल धाबी के मुख्य रणनीतिक अधिकारी मोहम्मद अली यासीन ने कहा है कि इससे वीत्तीय क्षेत्रों को विकसित बाजारों से एक साथ भुगतान करने में सक्षम होने से भी लाभ होगा और पर्यटन उद्योग पर भी असर पड़ेगा. कुल मिलाकर ये फैसला UAE को मुस्तकबिल में बेहतर बनाने के लिए ही लिया गया है.
कैसे लागू किया जाएगा कानून?
यूएई द्वारा बनाया गया नया कानून पहले फेडरल सरकार के में लागू होगा. इसके बाद स्कूलों, कॉलेजों और प्राइवेट संस्थाओं में इसको लागू किया जाएगा.
वैसे प्राइवेट संस्थानों को लेकर अभी पूरी तरह से फैसला नहीं लिया गया है. अल-अवर ने बताया कि प्रत्येक कम्पनी अपने काम के क्षेत्र के आधार पर, अपने व्यवसाय के लिए सबसे उपयुक्त सेवा प्रदान करता है और वे इसको मद्देनजर रखते हुए कंपनिया अपने कर्मचारियों के कार्यरत समय का चयन कर सकती हैं.
क्या यह एक सही फैसला है?
अबु धाबी की इकानमिस्ट मोनिका मलिक के मुताबिक शनिवार और रविवार को हॉलिडे करने का यह फैसला बेहद सोच समझकर लिया गया है, जो देश हित के लिए काफी अच्छा है.
UAE ने पहले भी अपने देश में सुधार के लिए कई ऐसे कानून बनाए हैं जिससे सदियों से चलते आ रही व्यवस्थाओं को नये बदलाव देखने को मिले हैं.
यूएई द्वारा लिए गए इस तरह के फैसलों ने दुनिया भर में सुर्खियों की वजह बनते हैं. इसी तरह का एक फैसला लंबे समय के लिए वीजा की शुरुआत करने वाला भी था.
ये फैसला UAE के लिए कितना प्रभावशाली रहता है ये तो वक्त ही बताएगा. लेकिन UAE ने इस नए कानून की स्थापना करके विश्व को फिर से इतिहास पर गौर करने को मजबूर कर दिया है. उम्मीद की जा रही है कि यूएई द्वारा लिए गए इस फैसले का वैश्विक असर होगा और आने वाले दिनों में अन्य देशों के लिए भी एक उदाहरण साबित होगा.
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