यूनाइटेड नेशंस ह्यूमन राइट काउंसिल (यूएनएचआरसी) ने चीन को कड़ी चेतावनी दी है और कहा है कि चीन में मौलिक अधिकारों का हनन हो रहा है. UNHRC ने चीन की पीपुल्स रिपब्लिक सरकार को कहा है कि, यूनाटेड नेशंस के स्वतंत्र विशेषज्ञों ने कई बार आपसे संपर्क किया, ताकि चीन में हो रहा मौलिक स्वतंत्रता का दमन रोका जा सके. लेकिन इसके बाद भी कुछ कार्रवाई नहीं हुई.
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग की तरफ से बताया गया है कि चीन की सरकार ने हॉन्ग कॉन्ग प्रशासनिक क्षेत्र में लगातार प्रदर्शनों और लोकतंत्र को दबाने की कोशिश की है, जिसकी हम निंदा करते हैं.
यूएनएचआरसी ने कहा कि यहां चीन की तरफ से पुलिस फोर्स का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया गया और प्रदर्शनकारियों के खिलाफ केमिकल एजेंट्स का इस्तेमाल भी किया गया.
महिलाओं के खिलाफ प्रताड़ना
चीन को लेकर यूएनएचआरसी ने अपने बयान में कई और गंभीर आरोप भी लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि चीन की सरकार ने हॉन्ग कॉन्ग में जो पुलिस बल भेजा है वो महिलाओं को प्रताड़ित करता है और सेक्सुअली हैरेस तक किया जाता है.
पुलिस स्टेशनों में प्रदर्शनकारी महिलाओं के साथ ऐसे कई मामलों की जानकारी है और आरोप लगाए गए हैं. इसके अलावा यहां हेल्थ वर्कर्स को भी जमकर प्रताड़ित किया जा रहा है.
चीन ने किया था विवादित विधेयक पारित
इससे पहले चीन ने संसद में विवादित हॉन्ग कॉन्ग विधेयक पारित किया था. इस कानून के तहत केंद्र में मौजूद सरकार की सत्ता को कमजोर करने की किसी भी कोशिश को एक अपराध माना जाएगा. इसे लेकर हॉन्ग कॉन्ग में जमकर प्रदर्शन हो रहे हैं. हॉन्ग कॉन्ग के लोगों को डर है कि उनका विशेष दर्जा खत्म हो जाएगा और चीन यहां अपनी सुरक्षा एजेंसियों का गठन कर पाएगा.
इस विवादित कानून को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी अपनी नाराजगी जता चुके हैं. अमेरिका ने कहा था कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी का ये कानून एकतरफा और मनमाने तरीके से लागू किया जा रहा है. यूएस ने बीजिंग को अपने इस प्रस्ताव पर पुनर्विचार करने और हॉन्ग कॉन्ग की स्वायत्ता को बचाए रखने को कहा था.
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