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अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव:एक ‘ठग’ या फिर एक हीरो हैं डोनाल्ड ट्रंप?

क्या ट्रंप एक कॉन-आर्टिस्ट हैं?

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पूर्व रियल एस्टेट मोगल, पूर्व रियलिटी टीवी स्टार और सबसे विवादित अमेरिकी राष्ट्रपतियों में से एक डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) 2020 का चुनाव (2020 Elections) हारेंगे या जीतेंगे इसका फैसला कुछ घंटों में होना है. लेकिन ओपिनियन पोल्स की मानें तो ट्रंप जो बाइडेन (Joe Biden) से पीछे चल रहे हैं. रिचर्ड निक्सन के बाद सबसे विवादित राष्ट्रपति कहे जाने वाले ट्रंप को अमेरिका फिर अपनाएगा या खारिज कर देगा, ये पता लगने से पहले ट्रंप की पूरी जिंदगी को थोड़े शब्दों में यहां जान लीजिए.

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रियल एस्टेट टाइकून के घर जन्म

डोनाल्ड जॉन ट्रंप का जन्म 1946 में अमेरिका के बड़े रियल एस्टेट डेवलपर फ्रेड ट्रंप के घर में हुआ था. डोनाल्ड ट्रंप का व्यवहार शुरू से ही अच्छा नहीं रहा है. 13 साल की उम्र में जब उन्होंने स्कूल में दुर्व्यवहार करना शुरू किया तो उन्हें मिलिट्री अकादमी भेज दिया गया.

ट्रंप ने यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिल्वेनिया के व्हार्टन स्कूल से ग्रेजुएशन की और फिर अपने पिता के साथ उनके बिजनेस में जुड़ गए. ट्रंप का कहना है कि उन्होंने अपने पिता से ‘1 मिलियन डॉलर का छोटा लोन’ लेकर अपने काम की शुरुआत की थी. बाद में जब उन्होंने अपने पिता का बिजनेस संभाला, तो न्यू यॉर्क के कई इलाकों में ट्रंप नाम का बोलबाला हो गया था.   

मैनहटन से लेकर टीवी पर छाए ट्रंप

डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी जिंदगी में लगभग हर फील्ड में हाथ आजमाया होगा. लेकिन उनका मुख्य बिजनेस रियल एस्टेट ही रहा. जिसके वो लंबे समय तक बादशाह बने रहे. न्यू यॉर्क शहर के सबसे ज्यादा आबादी वाले इलाके मैनहटन में ही ट्रंप ने अपनी सबसे मशहूर इमारत 'ट्रंप टावर' बनाया. उन्होंने अपना रियल एस्टेट का बिजनेस भी ब्रुकलिन और क्वींस से मैनहटन शिफ्ट कर लिया था और 1971 में अपने पिता की कंपनी का नाम 'ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन' रख दिया था.

ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन ने 1980 में मैनहटन के ‘द कमोडोर’ होटल का रेनोवेशन कर उसे ग्रैंड हयात में ट्रांसफॉर्म किया. ये कंस्ट्रक्शन बिजनेस में ट्रंप के अच्छे कामों में गिना जाता है. ट्रंप ने होटल और कैसिनो बनाने में भी किस्मत आजमाई थी, लेकिन बहुत सफलता नहीं मिली. 
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2003 में डोनाल्ड ट्रंप रियलिटी टीवी शो स्टार बन गए. NBC पर 'द अपरेंटिस' शो को ट्रंप ने 14 सीजन होस्ट किया था. इस शो में कंटेस्टेंट ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन में मैनेजमेंट जॉब के लिए कोशिश करते थे.

डोनाल्ड ट्रंप की न्यू यॉर्क ही नहीं, बल्कि हॉलीवुड और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में कैसानोवा की छवि थी. उनके अफेयर्स के चर्चे खुले आम होते थे. 1996 से 2015 तक वो मिस यूनिवर्स, मिस यूएसए और मिस तीन यूएसए ब्यूटी पैजेंट के एक मालिक भी रहे हैं.

शादियां और यौन उत्पीड़न के आरोप

डोनाल्ड ट्रंप ने तीन शादियां की हैं. उनकी पहली पत्नी चेकोस्लोवाकिया की एथलीट इवाना जेलनिकोवा थीं. इवाना से ट्रंप को तीन बच्चे हैं- डोनाल्ड जूनियर, इवांका और एरिक. ट्रंप और इवाना ने 1990 में तलाक ले लिया था.

ट्रंप ने दूसरी शादी 1993 में एक्ट्रेस मार्ला मैपल्स से की और 1999 में उनका तलाक हो गया था. दोनों के टिफेनी नाम की एक बेटी है.

डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी मौजूदा पत्नी और मॉडल मेलानिया से 2005 में शादी की और उनके बैरन नाम का एक बेटा है.

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डोनाल्ड ट्रंप की निजी जिंदगी विवादों से हमेशा घिरी रही है. ट्रंप की छवि महिला-विरोधी और एक पुरुषसत्तावादी शख्स की रही है. उनके महिलाओं के लिए दिए गए बयानों ने काफी हंगामा खड़ा किया है. ट्रंप पर एक-दो नहीं, बल्कि करीब 70 महिलाओं ने यौन उत्पीड़न और दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है. ट्रंप ने अपने बचाव में इन सभी महिलाओं को ‘झूठा’ करार दिया है.  

एक आरोप उनकी पहली पत्नी इवाना ने लगाया था. उनके तलाक के बाद आई एक किताब में दावा किया गया कि इवाना ने अपने करीबियों को बताया था कि ट्रंप ने उनका रेप किया था. हालांकि, बाद में इवाना ने कहा था कि 'रेप शब्द को शाब्दिक या आपराधिक नजरिये से न देखा जाए.'

एडल्ट फिल्म स्टार स्टॉर्मी डैनियल्स ने 2018 में डोनाल्ड ट्रंप पर केस किया था और मांग की थी कि उन्हें नॉन-डिस्क्लोजर एग्रीमेंट से मुक्त किया जाए. डैनियल्स ने दावा किया था कि ट्रंप और उनके बीच 2006 में सेक्स हुआ था और उसके बाद से ट्रंप उन्हें चुप रहने के पैसे दिए हैं. ट्रंप ने इससे भी इनकार किया था.

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विवादों के बाद भी 2016 के चुनाव में रचा इतिहास

डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति बनने से पहले किसी भी राजनीतिक पद पर नहीं रहे थे. उन्होंने जून 2015 में अपनी उम्मीदवारी का ऐलान किया था और जुलाई 2016 में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार बन गए थे.

कैंपेनिंग के दौरान ट्रंप से जुड़े कई पुराने मामले सामने आए, जिनमें उन्होंने महिलाओं के लिए अपशब्द का इस्तेमाल किया था. चुनाव से पहले तक सभी ओपिनियन पोल डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को आगे बता रहे थे. लेकिन जब नतीजे आए तो ट्रंप ने सबको चौंका दिया और 28 सालों में रिपब्लिकन पार्टी के लिए सबसे बड़ी जीत हासिल की. व्हाइट हाउस की वेबसाइट के मुताबिक, ट्रंप को 6.2 करोड़ अमेरिकियों के वोट मिले थे और ये इतिहास में किसी भी रिपब्लिकन उम्मीदवार के लिए सबसे ज्यादा थे.  
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क्या ट्रंप एक कॉन-आर्टिस्ट हैं?

2016 में रिपब्लिकन प्राइमरी में फ्लोरिडा के सीनेटर मार्को रूबियो ने डोनाल्ड ट्रंप को बार-बार 'कॉन-आर्टिस्ट' कहा था. ट्रंप को उनकी ही पार्टी का एक बड़ा नेता जालसाज कह रहा था.

लेकिन ट्रंप को ऐसा कहने वाले रूबियो अकेले नहीं थे. 2016 के चुनाव के बाद बड़े-बड़े अमेरिकी अखबारों में लिखे गए ओपिनियन आर्टिकल्स में डोनाल्ड ट्रंप को कॉन-आर्टिस्ट बुलाया गया. अमेरिकी राजनीति के जानकर और पत्रकार ट्रंप को ऐसा शख्स मानते हैं, जो अटेंशन और पावर का भूखा है.

राष्ट्रपति चुनाव की कैंपेनिंग के दौरान ट्रंप दिक्कत में थे. उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगे थे, उन्हें नस्लभेदी कहा जा रहा था, महिला विरोधी बताया जा रहा था, लेकिन हर चुनावी रैली में वो तथ्य पर बात करने की जगह अपने वोटरों की भावनाओं को अपील कर रहे थे. ट्रंप वोटर को यकीन दिला रहे थे कि ‘अमेरिका की स्थिति ठीक नहीं है, उसे दोबारा महान बनाना पड़ेगा.’ ट्रंप अपने प्रोपेगेंडा को विश्वास के साथ आगे बढ़ा रहे थे.

ऐसा लगता है कि डोनाल्ड ट्रंप हमेशा एक्टिंग मोड में रहते हैं और उन्हें इस बात का पता रहता है. उन्हें तमाशा पसंद है. ट्रंप नर्सिसिस्ट हैं, मतलब कि वो खुद अपनी तारीफ करते नहीं थकते हैं. ऐसा कई मौकों पर देखा जा चुका है. UAE, बहरीन और सूडान की इजरायल के साथ शांति समझौते के बाद ट्रंप ने कहा था कि 'बाइडेन ऐसा कभी नहीं कर पाते.'

यही नहीं, ट्रंप ने अपनी जिंदगी में कई फेक नाम का भी इस्तेमाल किया है. पहली पत्नी से तलाक के बाद और मार्ला मैपल्स के साथ अफेयर के दौरान उन्होंने ‘जॉन मिलर’ नाम के एक पब्लिक रिलेशन का काम करने वाला आदमी बनकर अमेरिकी टेब्लॉइड को इस मामले पर खूब न्यूज दी थी. वाशिंगटन पोस्ट ने 2016 में इस पर स्टोरी भी की थी. इसके अलावा ट्रंप ने बैरन नाम का इस्तेमाल करके भी अपने फायदे के लिए, अपने बारे में गॉसिप फैलाने के लिए किया है.

अब देखना ये है कि इस चुनाव में ट्रंप की जालसाजी काम आती है या नहीं और क्या अमेरिकी लोग फिर चार साल के लिए नर्सिसिस्ट शख्स को व्हाइट हाउस भेजते हैं.

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