कंधार (Kandahar) में अफगान बलों (Afghan Forces) और तालिबान (Taliban) के बीच संघर्ष के दौरान भारतीय फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी (Danish Siddiqui) की मौत पर अमेरिका (US) ने दुख व्यक्त किया है. अमेरिका ने अफगानिस्तान में चल रही हिंसा को खत्म किए जाने की बात भी कही है.
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने ट्विटर पर तर्क दिया कि अफगानिस्तान में मौजूदा राजनीतिक संकट को समाप्त करने के लिए राजनीतिक समझौता ही एकमात्र रास्ता है.
"पुलित्जर पुरस्कार विजेता फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी के निधन से गहरा दुख हुआ. हम अफगानिस्तान में हिंसा को समाप्त करने का आह्वान करते हैं, इस हिंसा ने कई पत्रकारों सहित कई लोगों की जान ले ली है. एक राजनीतिक समझौता ही आगे बढ़ने का एकमात्र तरीका है."नेड प्राइस
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, उनके मुख्य फोटोग्राफर और पुलित्जर पुरस्कार विजेता दानिश सिद्दीकी, अफगान सुरक्षा बलों और तालिबान के बीच संघर्ष को कवर करते समय मारे गए थे.
अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन (यूएनएएमए) ने एक ट्वीट में कहा कि पत्रकार की हत्या अफगानिस्तान में मीडिया के सामने बढ़ते खतरों की दर्दनाक याद दिलाती है.
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने शुक्रवार को भारतीय फोटो जर्नलिस्ट सिद्दीकी के निधन पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा, "कंधार में तालिबान के अत्याचारों को कवर करने के दौरान रॉयटर्स फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी के मारे जाने की चौंकाने वाली खबरों से मुझे गहरा दुख हुआ है."
दानिश सिद्दीकी को श्रद्धांजलि
त्रिवेंद्रम के शहीद स्तंभ पर पत्रकारों ने दानिश सिद्दीकी को श्रद्धांजलि दी. उनकी तस्वीर के आगे कैमरा रखकर पत्रकारों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी.
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