अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा है कि हिमालय से लेकर दक्षिण चीन सागर तक भारत-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते आक्रामक व्यवहार को देखते हुए, यह पहले से कहीं ज्यादा अहम है कि हम भारत जैसे समान सोच वाले सहयोगियों के साथ काम करें.
वॉशिंगटन फॉरेन प्रेस सेंटर में बोलते हुए, अमेरिकी प्रशासन के एक अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया, और भारत (QUAD) एक-दूसरे का सहयोग करने के लिए साथ आए हैं, अगर कोई और देश भी इस तरह की बातचीत या गतिविधि में हिस्सा लेना चाहे तो उसके लिए दरवाजा हमेशा खुला है.
इसके अलावा उन्होंने कहा, ''विदेश मंत्रियों की दूसरी QUAD बैठक के लिए पोम्पिओ और जयशंकर अपने जापानी और ऑस्ट्रेलियाई समकक्षों के साथ 6 अक्टूबर को टोक्यो में मिले. हिमालय से दक्षिण चीन सागर तक भारत-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते आक्रामक व्यवहार को देखते हुए, यह पहले से कहीं ज्यादा अहम है कि हम भारत जैसे समान विचारधारा वाले पार्टनर्स के साथ काम करें.''
अमेरिका की यह प्रतिक्रिया भारत के साथ आगामी 2+2 बैठक से ठीक पहले आई है. बता दें कि अमेरिका के रक्षा मंत्री मार्क एस्पर और विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ अगले हफ्ते अपने भारतीय समकक्षों (क्रमशः) राजनाथ सिंह और एस जयशंकर के साथ 2+2 बैठक के लिए भारत आएंगे.
अमेरिका के एक वरिष्ठ राजनयिक के मुताबिक, एस्पर और पोम्पिओ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे, जिससे वे अमेरिका-भारत व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ा सकें.
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