फॉक्स न्यूज के चेयरमैन रोजर एल्स को फॉक्स न्यूज चैनल और फॉक्स बिजनेस नेटर्वक से बाहर कर दिया गया है. न्यूज रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी की 20 से ज्यादा महिलाओं ने रोजर एल्स पर यौन शोषण का आरोप लगाया है.
फॉक्स न्यूज को दुनियाभर में बेहद लोकप्रिय और राजनीतिक रूप से शक्तिशाली केबल नेटवर्क बनाने वाले रॉजर एल्स ही थे. उनके कार्यकाल में फॉक्स न्यूज ने अमेरिकी टेलीविजन न्यूज दुनिया को बदल कर रख दिया.
कब, कैसे और क्यों लगे आरोप?
रोजर एल्स को बाहर का रास्ता दिखाने की प्रक्रिया 6 जुलाई के बाद ही शुरू हो गई थी. फॉक्स न्यूज की एक्स होस्ट ग्रेचने कार्लसन ने ये आरोप लगाया था कि एल्स के सेक्स प्रस्ताव को ठुकराने की वजह से उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया. ग्रेचने 11 साल से फॉक्स न्यूज में काम कर रही थीं.
अपनी शिकायत में कार्लसन ने बताया कि रोजर एल्स ने उनसे कहा था कि “मेरे और तुम्हारे बीच सेक्सुअल रिलेशनशिप काफी समय पहले ही हो जाना चाहिए था, तो फिर तुम भी दुरुस्त रहती और मैं भी.”
कैसे ये स्कैंडल सामने आया?
गैब्रियल शर्मेन की इस किताब को एल्स की अनऔपचारिक बायोग्राफी भी मानी जाती है. इस किताब में यौन शोषण की शिकार हुई महिलाओं की कई कहानियां हैं लेकिन अफसोस किसी का नाम नहीं है. लेकिन 6 जुलाई को कार्लसन के मुकदमे ने एल्स के 20 साल के करियर पर आखिरी मुहर लगा दी.
6 जुलाई
फॉक्स न्यूज की एक्स न्यूज एंकर ग्रेचेन कार्लसन ने एल्स के खिलाफ मुकदमा दायर किया और आरोप लगाया कि एलिस ने उनका यौन शोषण किया. कार्लसन ने ये भी कहा कि 23 जून को उन्हें 11 साल पुरानी नौकरी से इसलिए निकाला गया क्योंकि उन्होंने एल्स की सेक्स संबंध वाली बात नहीं मानी.
एल्स ने इन सारे आरोपों को गलत बताया और कार्लसन को नौकरी से निकालने की वजह उनके शो की गिरती रेटिंग्स को बताया. कंपनी एल्स के साथ खड़ी हो गई, लेकिन अंदरुनी जांच का भी भरोसा दिया गया.
8 जुलाई
CNNMoney की रिपोर्ट के मुताबिक कार्लसन के वकीलों ने ये दावा किया कि लगभग 10 महिलाओं ने उनसे संपर्क किया है और एल्स के खिलाफ वो भी बोलना चाहती हैं.
9 जुलाई
न्यूयार्क टाइम्स के गैब्रियल शर्मेन ने 6 पीड़ितों से बात की और दो पीड़ितों ने नाम छापने की इजाजत दे दी. ये महिलाएं 1960 से 1989 तक के मामलों की बात कर रही थीं.
11 जुलाई
फॉक्स ने कॉरपोरेट लॉ फर्म पॉल विज को इनवेस्टिगेशन करने को कहा. न्यू यॉर्क टाइम्स के शर्मेन अब ये थ्योरी लेकर आए कि मर्डोक फैमिली की यंग जेनेरेशन शायद एल्स को कंपनी से बाहर देखना चाहती है और कुछ समय से इसकी कोशिश भी चल रही है. ये रिपोर्ट्स भी सामने आईं कि कार्लसन ने अपने मुकदमे में फॉक्स न्यूज को आरोपी नहीं बनाया था जो शर्मेन की थ्योरी को सपोर्ट कर रही थी.
19 जुलाई
न्यूयॉर्क टाइम्स के शर्मेन की रिपोर्ट ने तहलका मचा दिया. शर्मेन ने अपने सूत्रों के हवाले से एक रिपोर्ट दी कि फॉक्स न्यूज की स्टार एंकर मेगन केली ने जांचकर्ताओं को बताया कि एल्स ने तकरीबन 10 साल पहले उनके साथ भी यौन शोषण किया था. केली ने अभी तक इसपर कोई टिप्पणी नहीं की है.
21 जुलाई
आखिरकार अटकलों के लंबे दौर के बाद ये खबर आ ही गई कि रोजर एल्स को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.
329 करोड़ का एग्जिट प्लान
अबतक मिली जानकारी के मुताबिक फॉक्स न्यूज ने रोजर एल्स को 40 मिलियन डॉलर मतलब तकरीबन 329 करोड़ का एग्जिट प्लान दिया है. कंपनी में वो 2018 तक पूरे हैंडओवर की प्रक्रिया में बने रहेंगे.
रुपर्ट मर्डोक वापस लौटे
अब मीडिया बैरॉन रुपर्ट मर्डोक फिलहाल फॉक्स न्यूज की कमान संभालेंगे. वो फिलहाल फॉक्स न्यूज और फॉक्स बिजनेस नेटवर्क के एक्टिंग सीईओ और चेयरमैन होंगे.
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