वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन चीफ ने दुनिया के देशों का आगह कर कहा है कि अगर लॉकडाउन को सही तरीके से नहीं हटाया गया, तो इससे मुश्किलें बढ़ सकती हैं, डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ट्रेडोस अधनोम घेब्रेयसस ने चेताते हुए कहा कि अधिकतर देश कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर अपने यहां लागू तथाकथित लॉकडाउन प्रतिबंधों को कम करने पर विचार कर रहे हैं, लेकिन उन्हें चाहिए कि वे लॉकडाउन से बाहर निकलने के उपाय बेहद सावधानी से करें.
'फिर से लॉकडाउन का होगा जोखिम'
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बुधवार को जिनेवा में हुई एक ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके हवाले से कहा, "अगर देशों द्वारा संक्रमण का प्रबंधन बेहद सावधानी और चरणबद्ध तरीके से नहीं किया गया, तो ऐसी स्थिति में लॉकडाउन में फिर लौटने का जोखिम वास्तविक रूप से बना हुआ है,"
WHO ने बताए 6 पैरामीटर
डब्ल्यूएचओ ने 6 पैरामीटर पर विचार करने के लिए सभी देशों से सिफारिश की है
- सख्त निगरानी
- आइसोलेशन
- हर मामले में टेस्टिंग कर इलाद करना
- हर संपर्क को ट्रेस करना
- वर्कप्लेस और स्कूलों में निवारक उपाय अपनाना
- पोस्ट लॉकडाउन के नए पैरामीटर पर जनता का पूर्ण सहयोग हासिल करना
'ये सिर्फ संख्या नहीं है'
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन चीफ ने कहा कि डब्ल्यूएचओ को मिली रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 2 लाख 50 हजार लोगों की मौत सहित कोविड-19 संक्रमण के अब तक 35 लाख से अधिक मामले देखने को मिले हैं,
उन्होंने कहा कि अप्रैल माह की शुरुआत के बाद से प्रत्येक दिन औसतन 80 हजार के लगभग मामले आ रहे हैं, ट्रेडोस ने कहा, "ये सिर्फ संख्या नहीं हैं.. हर एक मामले में एक मां-बाप, बेटा-बेटी, भाई-बहन या दोस्त शामिल हैं,"
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