भारतीय-अमेरिकी कारोबारी नेता और मास्टरकार्ड (Mastercard) के पूर्व CEO अजय बंगा (Ajay Banga) को बुधवार, 3 मई को विश्व बैंक (World Bank) का अगला अध्यक्ष नियुक्त किया गया. पिछले दिनों अमेरिका (America) के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) के प्रशासन ने उनको नामित किया है. युक्ति के बाद कहा गया कि विश्व बैंक (World Bank) समूह विकास प्रक्रिया पर उनके (बंगा) साथ काम करने के लिए उत्सुक है. आइए जानते हैं कि अजय बंगा कौन हैं और उनका भारत से क्या कनेक्शन है?
जलवायु परिवर्तन पर अपने विचारों को लेकर हाल ही में बैंक के मौजूदा प्रेसीडेंट डेविड मलपास (David Malpass) की आलोचना हुई. मलपास ने बैंक के जलवायु मिशन पर कथित रूप से ध्यान न देने के लिए आलोचना की थी. उन्होंने पिछले हफ्ते अपने इस्तीफे का ऐलान किया था.
The Washington Post की रिपोर्ट के मुताबिक अजय बंगा के बारे में बात करते हुए राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि
उन्होंने तीन दशक से ज्यादा का वक्त वैश्विक कंपनियों के निर्माण और प्रबंधन में बिताया है, जो विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में रोजगार सृजित करते हैं और निवेश लाते हैं और मौलिक परिवर्तन के दौरान संगठनों का मार्गदर्शन करते हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने आगे कहा कि बंगा के पास जलवायु परिवर्तन सहित हमारे वक्त की सबसे जरूरी चुनौतियों से निपटने के लिए सार्वजनिक-निजी संसाधनों को जुटाने का महत्वपूर्ण अनुभव है.
कौन हैं अजय बंगा?
मास्टरकार्ड के पूर्व सीईओ 63 वर्षीय बंगा मौजूदा वक्त में इक्विटी फर्म जनरल अटलांटिक (General Atlantic) में उपाध्यक्ष के रूप में काम कर रहे हैं.
अजय बंगा की पैदाइश 10 नवंबर 1959 को एक सिख परिवार में महाराष्ट्र के पुणे में हुई थी. मूल रूप से उनका परिवार पंजाब के जालंधर का रहने वाला है. उनके पिता हरभजन सिंह बंगा भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट जनरल थे.
अजय बंगा ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से अर्थशास्त्र में ग्रेजुएशन की डिग्री पूरी की और उसके बाद आईआईएम अहमदाबाद (Indian Institute of Management, Ahmedabad) से एमबीए किया.
पढ़ाई पूरी करने के बाद अजय बंगा ने 1981 में नेस्ले इंडिया (Nestle India) के साथ अपना करियर शुरू किया और फिर भारत और मलेशिया में सिटी बैंक के साथ काम किया. उन्होंने Pizza Hut और KFC की लॉन्चिंग में अहम भूमिका निभाई.
साल 1996 में वो अमेरिका (USA) चले गए और पेप्सिको (Pepsico) ज्वाइन कर लिया. यहां उन्होंने विभिन्न भूमिकाओं में 13 सालों तक काम किया.
साल 2000 में अजय बंगा को CitiFinancial और U.S. कंज्यूमर एसेट्स डिवीजन का प्रमुख बनाया गया.
2002 में उन्होंने उत्तरी अमेरिका में रीटेल बैंक का अधिग्रहण किया और 2005 में उन्हें Citigroup's के अंतर्राष्ट्रीय कंज्यूमर-बैंकिंग और फाइनेंस बिजनेस का प्रमुख नामित किया गया.
साल 2009 में अजय बंगा ने मास्टरकार्ड के प्रेसीडेंट और चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर के रूप में काम करना शुरू किया. मास्टरकार्ड ज्वाइन के एक साल बाद ही उन्हें कंपनी का सीईओ बना दिया गया. उनकी रहनुमाई में मास्टरकार्ड विश्व स्तर पर विस्तार किया और नई पेमेंट टेक्नोलॉजी को विकसित करने पर भी ध्यान केंद्रित किया गया.
साल 2015 में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अजय बंगा को व्यापार नीति और वार्ता के लिए राष्ट्रपति की सलाहकार समिति के सदस्य के रूप में नियुक्त किया.
साल 2020 में अजय बंगा को इंटरनेशनल चैंबर ऑफ कॉमर्स (International Chamber of Commerce) का चेयरमैन चुना गया.
अजय बंगा बिजनेस राउंडटेबल (Business Roundtable), इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (International Cricket Council) और यूएस-इंडिया सीईओ फोरम (US-India CEO Forum) सहित विभिन्न व्यावसायिक और गैर-लाभकारी संगठनों का सदस्य भी हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक अजय बंगा ने कई सरकारों और संगठनों के साथ काम किया है ताकि वंचित आबादी के लिए वित्तीय सेवाओं तक पहुंच का विस्तार किया जा सके. बता दें कि अजय बंगा को व्यवसाय और समाज में उनके योगदान के लिए कई पुरस्कार भी दिए जा चुके हैं.
अजय बंगा की सामाजिक विकास के मुद्दों में गहरी रुचि है और उन्हें 'द इकोनॉमिक टाइम्स ऑफ इंडिया' द्वारा दुनिया में चौथे "सबसे शक्तिशाली भारतीय" के रूप में नामित किया जा चुका है.
2016 में भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अजय बंगा को पद्मश्री से सम्मानित किया था.
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