ईवीएम के साथ छेड़छाड़ के आरोपों के बीच चुनाव आयोग ने दावा किया है कि इस तरह के आरोप बेबुनियाद हैं और ईवीएम के साथ कोई टैंपरिंग संभव नहीं है.
आयोग ने ईवीएम की सुरक्षा का दावा करते हुए कहा कि मई के पहले हफ्ते से लेकर 10 मई के बीच कोई भी उनकी इन मशीनों को हैक करके दिखाए.
आम आदमी पार्टी, कांग्रेस, बीएसपी समेत कई दलों ने ईवीएम को लेकर सवाल उठाए थे. ये ही नहीं, कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस मामले में बुधवार को राष्ट्रपति से भी मुलाकात की. इसके बाद बाद चुनाव आयोग ने मई के पहले हफ्ते में EVM से छेड़छाड़ साबित करने की चुनौती दी है. इस दौरान ईवीएम में तीन से चार स्तर तक टैंपरिंग करने की खुली चुनौती होगी.
सूत्रों का कहना है कि जिस किसी को भी इसपर संदेह है वो ओपन चैलेंज में शामिल हो सकता है.
ये ही नहीं, चुनाव आयोग ईवीएम मशीन खोलकर भी उसमें छेड़छाड़ करने की चुनौती दे सकता है. चुनाव आयोग का कहना है कि 2009 में भी ईवीएम पर सवाल उठाए जाने के बाद हमने खुला चैलेंज दिया था लेकिन कोई इसे प्रूव नहीं कर सका था.
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