उत्तरप्रदेश की राजनैतिक अहमियत का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि इस अकेले राज्य ने अभी तक 9 प्रधानमंत्री दिए हैं.
अगर बात राष्ट्रपतियों की हो तो उत्तरप्रदेश से राष्ट्रपति बनने वाले कोविंद पहले इंसान हैं. इस मामले में तमिलनाडु का पलड़ा भारी रहा है. वहां से तीन लोग राष्ट्रपति बने हैं. यहां हम आपको बताएंगे किस राज्य से कौन राष्ट्रपति बना.
बिहार
राजेंद्र प्रसाद- भारत के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद बिहार के सीवान जिले से थे. वे 1950 से 1962 तक राष्ट्रपति रहे. राजेंद्र प्रसाद गांधीवादी थे. आजादी की लड़ाई में उन्होंने बड़ी भूमिका निभाई थी. 1934 से 1935 के बीच वो कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे. नमक सत्याग्रह और भारत छोड़ो आंदोलन में उन्हें अंग्रेजों ने जेल भी भेजा.
मध्यप्रदेश
शंकर दयाल शर्मा- मध्यप्रदेश से आने वाले बड़े नेता शंकर दयाल शर्मा 1992 में राष्ट्रपति बने थे. वे भोपाल के रहने वाले थे. शंकरदयाल शर्मा बहुत कम उम्र में भोपाल राज्य के मुख्यमंत्री बन गए थे.
1956 मेंं उन्हें नेहरू सरकार के मंत्रिमंडल में जगह मिली. 1967 तक वे अलग-अलग पोर्टफोलियों के साथ मंत्री बने रहे. शर्मा ने पंजाब के राज्यपाल पद पर भी काम किया. बाद में वे देश के आठवें उपराष्ट्रपति और 9 वें राष्ट्रपति बने.
आंध्र प्रदेश
नीलम संजीव रेड्डी- आंध्रप्रदेश के विभाजन से पहले इस राज्य से दो लोग राष्ट्रपति बन चुके हैं. लेकिन आज के तेलंगाना के हिसाब से केवल नीलम संजीव रेड्डी ही राष्ट्रपति बनने वाले एकलौते शख्स हैं. उनका जन्म उस समय की मद्रास प्रेसीडेंसी के इल्लुर विलेज में हुआ था.
आज यह जगह आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में है. राष्ट्रपति बनने से पहले वे आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री थे. रेड्डी 1977 से 1982 तक राष्ट्रपति रहे.
महाराष्ट्र
प्रतिभा पाटिल- भारत की पहली और एकमात्र महिला राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल महाराष्ट्र के अमरावती की रहने वाली थीं. प्रतिभा पाटिल 2007 में राष्ट्रपति बनी थी.
केरल
K R नारायणन- 1997 में राष्ट्रपति बने के आर नारायणन केरल के रहने वाले थे. पत्रकार के रूप में अपना करियर शुर करने के बाद वे एक स्कॉलरशिप की मदद से विदेश पढ़ने चले गए.
नेहरू के आग्रह पर उन्होंने विदेश सेवा ज्वाइन की. राष्ट्रपति बनने से पहले वे अमेरिका, चीन और थाईलैंड जैसे कई देशों के राजदूत भी रहे.
पश्चिम बंगाल
प्रणब मुखर्जी- कांग्रेस के सीनियर लीडर प्रणब मुखर्जी 2012 में राष्ट्रपति बने. मुखर्जी का जन्म वीरभूमि जिले में हुआ था. राष्ट्रपति बनने से पहले वे इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, नरसिम्हा राव और मनमोहन सरकार में अलग-अलग विभाग के मंत्री रहे. इनमें रक्षा और वित्त मंत्रालय जैसे अहम मंत्रालय भी शामिल हैं.
पंजाब
ज्ञानी जेल सिंह- पंजाब के फरीदकोट के रहने वाले ज्ञानी जेल सिंह 1982 में देश के सातवें राष्ट्रपति बने. इसके पहले वो इंदिरा गांधी सरकार में गृह मंत्री थे. उनके कार्यकाल में ऑपरेशन ब्लू स्टॉर, सिख दंगे और इंदिरा गांधी की हत्या जैसी कई बड़ी घटनाएं हुईं.
दिल्ली
फखरुद्दीन अली अहमद- इंदिरा गांधी के खास रहे फखरूद्दीन अली अहमद दिल्ली में पैदा हुए थे. हालांकि वो असमी मुस्लिम परिवार से थे. उन्होंने 1974 से 1977 के बीच देश के पांचवे राष्ट्रपति के रूप में काम किया.
अहमद, जाकिर हुसैन के बाद दूसरे राष्ट्रपति थे जिनकी कार्यकाल के दौरान मौत हुई. अहमद फ्रीडम फाइटर थे. वो असम की राजनीति में भी सक्रिय रहे. बाद में वो इंदिरा गांधी सरकार में मंत्री भी बने.
ओडिशा
वी वी गिरी- वी वी गिरी ओडिशा के बहरामपुर के रहने वाले थे. वे 1969 में देश के चौथे राष्ट्रपति बने. इससे पहले वो 1967 में उपराष्ट्रपति भी बनाए गए थे. गिरी एकमात्र ऐसे राष्ट्रपति हैं जिन्होंने इंडिपेंडेंट ही राष्ट्रपति चुनाव जीता.
उन्होंने नीलम संजीव रेड्डी को चुनाव हराया था. राजनीति में भी उनका लंबा करियर रहा. 1952 से 1954 के बीच वे नेहरू सरकार में श्रम मंत्री थे. 1960 में उन्हें केरल का गवर्नर बनाया गया.
तमिलनाडु- ऐसा राज्य है जहां से 3 राष्ट्रपति रहे हैं
1)राधाकृष्णन
राधाकृष्णन का जन्म तमिलनाडु के थिरूवल्लूर में हुआ. वे प्रसिद्ध दार्शनिक थे. 1954 में उन्हें भारत रत्न भी मिला. वे देश के पहले उपराष्ट्रपति रहे. साल 1962 में देश के दूसरे राष्ट्रपति बने. उन्हीं के जन्मदिन पर आज 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है.
2) वेंकटरमन
आर वेंकटरमन 1987 में देश के आठवें राष्ट्रपति बने. उनका जन्म उस समय की मद्रास प्रेसीडेंसी और आज के तमिलनाडु के तंजौर में हुआ था. राष्ट्रपति बनने से पहले वो इंदिरा गांधी सरकार में वित्त मंत्री और रक्षा मंत्री रहे. अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान उन्होंने चार प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया.
3) APJ अब्दुल कलाम
मिसाइल मैन के नाम से मशहूर अब्दुल कलाम का जन्म तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ. कलाम 2002 में देश के 11 वें राष्ट्रपति बने. कलाम देश के इंटीग्रेटे गाइडेड मिसाइल सिस्टम के हेड रहे. इसी कार्यक्रम के जरिए भारत ने मिसाइल प्रोग्राम में दक्षता हासिल की थी.
कलाम प्रधानमंत्री के चीफ साइंटिफिक एडवाइजर भी रहे हैं. कलाम को 1981 में पद्म भूषण, 1990 में पद्म विभूषण और 1997 में भारत रत्न मिला.
[हमें अपने मन की बातें बताना तो खूब पसंद है. लेकिन हम अपनी मातृभाषा में ऐसा कितनी बार करते हैं? क्विंट स्वतंत्रता दिवस पर आपको दे रहा है मौका, खुल के बोल... 'BOL' के जरिए आप अपनी भाषा में गा सकते हैं, लिख सकते हैं, कविता सुना सकते हैं. आपको जो भी पसंद हो, हमें bol@thequint.com भेजें या 9910181818 पर WhatsApp करें.]
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)