बीते दो दिन के भीतर गुजरात कांग्रेस के छह विधायकों के इस्तीफे के बाद पार्टी ने अपने 44 विधायकों को गुजरात से बेंगलुरु भेज दिया है. बताया जा रहा है कि पार्टी को आशंका है कि कुछ और विधायक भी राज्यसभा चुनाव से पहले इस्तीफा दे सकते हैं. लिहाजा पार्टी ने एहतियात के तौर पर विधायकों को बेंगलुरु भेजा है.
इससे पहले गुजरात में कांग्रेस ने बीजेपी पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया था, जिसे बीजेपी ने बेबुनियाद, झूठा और हास्यास्पद करार दिया था. केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने गुजरात में कांग्रेस विधायकों के पार्टी छोड़ने पर बीजेपी को दोषी ठहराने के कांग्रेस के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए सिरे से खारिज कर दिया है.
बीते दो दिनों में गुजरात कांग्रेस से सात विधायकों के इस्तीफा देने पर कांग्रेस के बीजेपी पर आरोप लगाया था कि गुजरात में राज्यसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेसी विधायकों को बीजेपी पैसों का लालच देकर उनकी खरीद फरोख्त कर रही है.
कांग्रेस ने शुक्रवार को बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह गुजरात में खरीद-फरोख्त में शामिल है और ''धन, ताकत और राज्य सत्ता'' का इस्तेमाल कर रही है ताकि महत्वपूर्ण राज्यसभा चुनावों से पहले दल-बदल करवा सके.
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि पार्टी अपने सारे विकल्प खुले रख रही है और विधायकों को चेतावनी दी कि दल-बदल विरोधी कानून के तहत वे छह वर्ष तक चुनाव लडने के अयोग्य हो जाएंगे.
गुजरात में बीजेपी ने खरीद-फरोख्त में करोड़ों रुपये खर्च किए हैं. आपने यह नौटंकी देखी है... गुजरात में बीजेपी की नीति है कि सभी कानूनों को तोड़कर जैसे भी हो सत्ता में बने रहा जाए.अभिषेक सिंघवी, कांग्रेस प्रवक्ता
सिंघवी ने कहा, कांग्रेस के छह विधायकों के राज्यसभा चुनावों से ठीक पहले पार्टी छोड़ने का असर राज्यसभा चुनाव के परिणाम पर पड़ सकता है. गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 57 विधायक हैं.
कांग्रेस के तीन और विधायकों ने छोड़ी पार्टी
कांग्रेस के तीन और विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है. इसके बाद पिछले दो दिनों में पार्टी छोड़ने वाले विधायकों की संख्या बढ़कर छह हो गई है. कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे ऐसे समय में आ रहे हैं जब गुजरात की तीन राज्यसभा सीटों के लिए आठ अगस्त को चुनाव होने वाले है और पार्टी ने एक सीट पर अपने कद्दावर नेता अहमद पटेल को उम्मीदवार बनाया है.
महिसागर जिले में बालासिनोर से कांग्रेस विधायक मानसिंह चौहान, नवसारी जिले के वंसदा से विधायक छन्नाभाई चौधरी और आणंद जिले के थसरा से विधायक राम सिंह परमार ने कांग्रेस की सदस्यता और विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ ही 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या घटकर 51 हो गई है.
पिछले हफ्ते वाघेला के इस्तीफे के बाद गुजरात में कांग्रेस की हालत पहले ही पतली दिख रही है. कल गुरुवार को वाघेला के करीबी समझे जाने वाले तीन कांग्रेस विधायकों - बलवंतसिंह राजपूत, तेजश्रीबेन पटेल और प्रहलाद पटेल - ने अपने पद और पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. बाद में वे बीजेपी में शामिल हो गए थे. अहमद पटेल राज्यसभा चुनाव तभी जीत पाएंगे जब उन्हें 47 विधायकों का समर्थन मिल सके. कांग्रेस को एनसीपी के दो और जदयू के एक विधायक का भी समर्थन प्राप्त है.
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