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अखिलेश यादव 5 साल के लिए बने SP के राष्ट्रीय अध्यक्ष

मुलायम सिंह यादव दे चुके हैं अखिलेश को समर्थन का संकेत 

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अखिलेश यादव 5 साल के लिए SP के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए

आगरा में हो रहा है समाजवादी पार्टी का 10वां राष्ट्रीय सम्मेलन

मुलायम सिंह ने फोन पर अखिलेश को दी बधाई

जीएसटी से परेशान है व्यापारी, बेरोजगारी भी बढ़ रही है: अखिलेश

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आगरा में समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में अखिलेश यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया. सपा के 10वें राष्ट्रीय अधिवेशन में अखिलेश को लगातार दूसरी बार निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया है. बैठक की अध्यक्षता रामगोपाल यादव ने की.

मुलायम सिंह पहले ही अखिलेश को समर्थन देने का संकेत दे चुके थे. उन्होंने कहा था कि ‘बाप होने के नाते उनका आशीर्वाद बेटे अखिलेश के साथ है.’

बैठक में 25 राज्यों के करीब 15 हजार सदस्यों के शामिल होने का दावा किया जा रहा है.

SP अध्यक्ष का कार्यकाल 3 साल से बढ़ाकर 5 साल किए जाने का फैसला पहले ही तय माना जा रहा था. इस बारे में राजेंद्र चौधरी ने बयान भी दिया था.

गुरूवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी संविधान में संशोधन कर अध्यक्ष का कार्यकाल तीन साल से बढ़ाकर पांच साल किया जाना है.
राजेंद्र चौधरी, समाजवादी पार्टी प्रवक्ता

क्यों अहम है यह बैठक

इस बैठक में अखिलेश के नाम पर राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की मुहर लगने के बाद साफ है कि पार्टी 2019 लोकसभा और 2022 में विधानसभा का चुनाव उन्ही के नेतृत्व में लड़ने जा रही है.

मुलायम सिंह यादव दे चुके हैं अखिलेश को समर्थन का संकेत 

बैठक के बाद अलग-थलग पड़ चुके शिवपाल की ओर से अखिलेश को निकट भविष्य में किसी भी तरह की चुनौती की संभावना भी खत्म हो जाएगी.

अब समाजवादी सेक्युलर मोर्चा बनाने की राह देख रहे शिवपाल पर पार्टी में अपने भविष्य पर फैसला करने का दवाब बढ़ जाएगा. इसके अलावा बैठक में पार्टी के कई अहम मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी.

अखिलेश यादव, विधानसभा चुनाव के पहले एक जनवरी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बने थे. उस वक्त मुलायम सिंह को पार्टी का संरक्षक बनाकर शिवपाल यादव को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था.

BJP पर बोला हमला

अपने संबोधन में अखिलेश यादव ने बीजेपी पर भी जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा,

आज देश के जो हालात हैं, वह किसी से छुपे नहीं हैं. आज ना केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश का किसान संकट में है. बीजेपी के लोगों ने प्रदेश के पिछले विधानसभा चुनाव में कर्जमाफी का वादा किया था, लेकिन कर्जमाफ नहीं हुआ. जिस तरीके से GST बनाया गया है, उससे बड़े पैमाने पर उद्योग और व्यापारी मुसीबत में आ गए हैं. नोटबंदी और GST ने मिलकर नौजवानों का रोजगार छीन लिया है. 

अखिलेश ने कार्यकर्ताओं से अगले लोकसभा चुनावों की तैयारी करने और बीजेपी को हराने की अपील की.

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