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हनीप्रीत मामले में पंजाब पुलिस के रोल पर शक: सीएम खट्टर

जैसे पंजाब पुलिस के लोग पकड़े गए, गाड़ियां पकड़ी गई उससे लगता है कि दाल में कुछ तो काला है

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38 दिन की फरारी के बाद हनीप्रीत तो पुलिस की गिरफ्त में आ चुकी है, लेकिन अब उसे लेकर हरियाणा- पंजाब पुलिस और सरकारों के बीच नोक झोंक के संकेत दिख रहे हैं. हनीप्रीत ने 2 अक्टूबर को एक न्यूज चैनल को गुप्त जगह से इंटरव्यू दिया और इसके 24 घंटे के भीतर ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया.

हनीप्रीत की गिरफ्तारी में देरी और उसको बचाने के पीछे की कथित साजिश के सवाल पर हरियाणा के सीएम खट्टर ने दो टूक कहा है कि दाल में कुछ काला दिख रहा है...

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पंजाब पुलिस को अगर पता था तो उसे हरियाणा पुलिस को जानकारी तुरंत देना चाहिए था. हनीप्रीत से पूछताछ में सच सामने आएगा. जैसे पंजाब पुलिस के लोग पकड़े गए, गाड़ियां पकड़ी गई उससे लगता है कि दाल में कुछ तो काला है.
मनोहर लाल खट्टर, सीएम, पंजाब

क्या पंजाब पुलिस ने हनीप्रीत को गिरफ्तार किया?

बता दें कि हरियाणा पुलिस के मुताबिक, हनीप्रीत को 3 अक्टूबर को दोपहर तीन बजे उस वक्त गिरफ्तार किया गया, जब वह इनोवा कार से जीरकपुर-पटियाला रोड पर जा रही थी. गिरफ्तारी की जगह पंचकुला से करीब 10 किलोमीटर दूर बताई जा रही है. अब सवाल ये उठता है कि क्या पंजाब पुलिस ने हनीप्रीत को गिरफ्तार किया और फिर बाद में हरियाणा पुलिस को सौंप दिया? पंचकुला के डीसीपी मनवीर सिंह ने बताया-

ऐसा कुछ भी नहीं है. हनीप्रीत को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार किया है. हमें उसके बारे में पुख्ता सूचना मिली थी. इस पर हमने एक्शन लिया और उसे गिरफ्तार कर लिया.

हनीप्रीत को गिरफ्तार करना इतना आसान था?

दूसरा सवाल यह उठता है कि क्या पुलिस के लिए हनीप्रीत को गिरफ्तार करना इतना आसान था? खैर, हरियाणा पुलिस ने अपना आधिकारिक बयान दे दिया है. लेकिन एक और पहलू भी है, जिसकी चर्चा जोरों पर हो रही है.

गिरफ्तारी को लेकर चर्चा यह भी है...

सूत्रों ने द क्विंट को बताया कि हनीप्रीत ने बठिंडा के एक कांग्रेस नेता के यहां शरण ली हुई थी. उस नेता को डेरे का काफी करीबी माना जाता है.

सूत्रों का दावा है कि पंजाब पुलिस के सीनियर अफसर ने ही कांग्रेस के उस नेता के आदेश पर गिरफ्तारी से ठीक एक दिन पहले दो न्यूज चैनलों के साथ हनीप्रीत के इंटरव्यू की व्यवस्था कराई थी. इसका मतलब है कि हनीप्रीत ने न्यूज चैनलों को इंटरव्यू उस वक्त दिया, जब वह पंजाब पुलिस की हिरासत में थी, जोकि गैर कानूनी है. संभव है इसी वजह से पंजाब पुलिस हनीप्रीत की गिरफ्तारी के मामले से खुद को दूर रख रही है.

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