कहते हैं कविता (Poem) और शायरी वो लोग लिखते हैं, जो इश्क में दीवाने होते हैं. कुछ लोग ये भी कहते हैं कि शायरी और कविताएं कभी असल जिंदगी में नहीं उतर सकतीं वो बस कल्पना मात्र है, वो बस किताबों में ही अच्छी लगती हैं. कई लोग ये भी कहते हैं कि गजलों और नज्मों में झूठी बातें की जाती हैं...यहां तक भी बोल दिया जाता है कि सभी शायर (Poet) झूठे होते हैं इनकी बातों पर विश्वास करना खतरा मोल लेने जैसा है. लेकिन कई बड़े पोएट्स और शायरों ने ऐसे-ऐसे शेर और लाइनें लिखीं, जो हमारी जिंदगी को एक नई राह दिखाती हैं, हमें ताकत देती और हमारी ताकत में बरकत बन जाती हैं.
ग्रीक फिलॉसफर प्लेटो ने लिखा है...
Poetry is nearer to vital truth than history.
यानी गजलों या कविताओं की तुलना अगर इतिहास से की जाए तो किसी बड़े सच के ज्यादा करीब पोएट्री ही होगी, इतिहास नहीं.
फैज अहमद फैज नाउम्मीदी को नकारते हुए लिखते हैं...
दिल ना-उमीद तो नहीं नाकाम ही तो है,
लम्बी है गम की शाम मगर शाम ही तो है.
मजरूह सुल्तानपुरी ने उन लोगों को जहन में रखते हुए लिखा जिनका सफर मुसलसल अकेलेपन के समंदर में डूबा होता है, वो कहते हैं...
मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंजिल मगर,
लोग साथ आते गए और कारवां बनता गया.
अमीर मीनाई खुदा के अस्तित्व को कुबूल करते हुए उम्मीदभरी बातें करते हैं और लिखते हैं...
कश्तियां सब की किनारे पे पहुंच जाती हैं,
नाखुदा जिन का नहीं उन का खुदा होता है.
अमीर कजलबाश ने बार-बार की जाने वाली कोशिश को सही ठहराते हुए कहते हैं...
मिरे जुनूं का नतीजा जरूर निकलेगा,
इसी सियाह समुंदर से नूर निकलेगा.
निदा फाजली ने लिखा...
कोशिश भी कर उमीद भी रख रास्ता भी चुन,
फिर इस के ब'अद थोड़ा मुकद्दर तलाश कर.
असगर गोंडवी जिंदगी की तमाम मुश्किलात को गले लगाते हुए लिखते हैं...
चला जाता हूं हंसता खेलता मौज-ए-हवादिस से,
अगर आसानियां हों तो जिंदगी दुश्वार हो जाए.
इरफान सिद्दीकी ने अंधेरी रात में भी उम्मीद का चिराग जलाते हुए लिखा...
रात को जीत तो पाता नहीं लेकिन ये चराग,
कम से कम रात का नुकसान बहुत करता है.
मंजूर हाशमी यकीन को सबसे बड़ी ताकत बताते हुए कहते हैं...
यकीन हो तो कोई रास्ता निकलता है,
हवा की ओट भी ले कर चराग जलता है.
नहीं विघ्न-बाधाओं को हम, स्वयं बुलाने जाते हैं,
फिर भी यदि वे आ जायें तो, कभी नहीं घबड़ाते हैं.
मेरे मत में तो विपदाएँ, हैं प्राकृतिक परीक्षाएँ,
उनसे वही डरें, कच्ची हों, जिनकी शिक्षा-दीक्षाएं.
- मैथिलीशरण गुप्त
लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती.
नन्हीं चींटी जब दाना लेकर चलती है,
चढ़ती दीवारों पर, सौ बार फिसलती है.
मन का विश्वास रगों में साहस भरता है,
चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना न अखरता है.
आख़िर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती.
- सोहनलाल द्विवेदी
सच है, विपत्ति जब आती है,
कायर को ही दहलाती है,
सूरमा नहीं विचलित होते,
क्षण एक नहीं धीरज खोते,
विघ्नों को गले लगाते हैं,
कांटों में राह बनाते हैं.
है कौन विघ्न ऐसा जग में,
टिक सके आदमी के मग में?
खम ठोंक ठेलता है जब नर
पर्वत के जाते पाव उखड़,
मानव जब जोर लगाता है,
पत्थर पानी बन जाता है.
- रामधारी सिंह दिनकर
वृक्ष हों भले खड़े,
हों घने हों बड़े,
एक पत्र छांह भी,
माँग मत, माँग मत, माँग मत,
अग्निपथ, अग्निपथ, अग्निपथ.
तू न थकेगा कभी,
तू न रुकेगा कभी,
तू न मुड़ेगा कभी,
कर शपथ, कर शपथ, कर शपथ,
अग्निपथ, अग्निपथ, अग्निपथ.
यह महान दृश्य है,
चल रहा मनुष्य है,
अश्रु श्वेत रक्त से,
लथपथ लथपथ लथपथ,
अग्निपथ, अग्निपथ, अग्निपथ.
- हिरवंश राय बच्चन
यह हार एक विराम है,
जीवन महासंग्राम है.
तिल-तिल मिटूंगा पर दया की भीख मैं लूंगा नहीं,
वरदान मांगूंगा नहीं.
चाहे हृदय को ताप दो,
चाहे मुझे अभिशाप दो,
कुछ भी करो कर्त्तव्य पथ से किन्तु भागूंगा नहीं,
वरदान मांगूंगा नहीं.
- शिवमंगल सिंह सुमन
If you can dream—and not make dreams your master;
If you can think—and not make thoughts your aim;
If you can meet with Triumph and Disaster
And treat those two impostors just the same;
If you can bear to hear the truth you’ve spoken
Twisted by knaves to make a trap for fools,
Or watch the things you gave your life to, broken,
And stoop and build ’em up with worn-out tools.
- Rudyard Kipling
Our deepest fear is not that we are inadequate.
Our deepest fear is that we are powerful beyond measure.
It is our light, not our darkness
That most frightens us.
We ask ourselves
Who am I to be brilliant, gorgeous, talented, fabulous?
Actually, who are you not to be?
You are a child of God.
- Marianne Williamson
Somebody said that it couldn’t be done,
But, he with a chuckle replied
That “maybe it couldn’t,” but he would be one
Who wouldn’t say so till he had tried.
So he buckled right in with the trace of a grin
On his face. If he worried he hid it.
He started to sing as he tackled the thing
That couldn’t be done, and he did it.
- Edgar Guest
Difficult because we think that happiness is found
Only in the places where wealth and fame abound.
And so we go on searching in palaces of pleasure
Seeking recognition and monetary treasure,
Unaware that happiness is just a state of mind
Within the reach of everyone who takes time to be kind.
For in making others happy we will be happy, too.
For the happiness you give away returns to shine on you.
- Helen Steiner Rice
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