टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और हेड कोच अनिल कुंबले के बीच कथित टकराव में नया मोड़ आ गया है. वेस्टइंडीज दौरे से पहले अनिल कुंबले ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
BCCI ने कुंबले के इस फैसले की जानकारी दी है. BCCI ने अपने बयान में कहा-
अनिल कुंबले ने टीम इंडिया के हेड कोच के पद से इस्तीफा दिया है. हालांकि, क्रिकेट सलाहकार समिति (CEC) ने हेड कोच के तौर पर उनके कार्यकाल को बढ़ाने का पक्ष लिया था लेकिन अनिल कुंबले ने कोच के तौर पर बने नहीं रहने का फैसला लिया.
कोहली-कुंबले का टकराव बनी वजह !
BCCI में इस तरह की चर्चा है कि सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण के साथ हुई बैठक में कप्तान विराट कोहली ने ये साफ कर दिया है कि कोच कुंबले के साथ उनका रिश्ता तकरीबन खत्म हो गया है.
कोहली-कुंबले के बीच विवादों की खबर चैंपियंस ट्रॉफी के ठीक पहले आई थी. बताया जा रहा था कि कोहली को कोच कुंबले की गाइडेंस पसंद नहीं है. कोहली के अलावा कई दूसरे सीनियर प्लेयर्स भी कुंबले के टीम को गाइड करने के तरीके से खुश नहीं हैं. साथ ही प्लेयर्स को कुंबले से ये भी शिकायत है कि वह उन्हें ड्रेसिंग रूम में भी आजादी नहीं देते हैं.
दिग्गजों को दी गई थी सुलझ की जिम्मेदारी
बताया ये भी जा रहा था कि एडवाइजरी पैनल के मेंबर और लीजेंड क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण को कोहली-कुंबले के बीच सुलह कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी.
अनिल कुंबले को साल 2016 में क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी में शामिल सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण ने ही एक साल के लिए कोच नियुक्त किया था. र
रवि शास्त्री और टॉम मूडी जैसे कई दिग्गजों को पछाड़कर कुंबले टीम इंडिया के कोच बने थे. लेकिन अब कुंबले ने ही जता दिया है कि वो कोच के पद पर बने रहना नहीं चाहते हैं.
अब आगे क्या ?
हाल ही में टीम इंडिया के हेड कोच के लिए BCCI ने आवेदन भी निकाला था, बीसीसीआई का एक धड़ा कुंबले के कार्यकाल का विस्तार करने के पक्ष में था जबकि दूसरा धड़ा नए कोच की नियुक्ति चाहता है.
अब BCCI ने अपने बयान में कहा है कि हेड कोच की खोज जारी रहेगी. फिलहाल BCCI ने एम वी श्रीधर को वेस्टइंडीज दौरे में टीम मैनेजमेंट की जिम्मेदारी दी है. वहीं बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ और क्षेत्ररक्षण कोच आर श्रीधर वेस्टइंडीज दौरे में टीम के साथ बने रहेंगे.
कुंबले के कार्यकाल में परफॉर्मेंस सुधरी
अगर कुंबले के कोच रहने के दौरान टीम की परफॉर्मेंस पर नजर डालें तो यह सुधरी है. होम टेस्ट सीजन में कुल 13 मैचों में टीम इंडिया ने कुल एक मैच हारा है जबकि दस मैचों में जीत हासिल की है. इसके अलावा दो मैच ड्रॉ हुए हैं.
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