भारत के खिलाफ वेस्टइंडीज की टीम
जेसन होल्डर (कप्तान), देवेंद्र बिशु, जॉनाथन कार्टर, रोस्टन चेस, मिग्युएल कमिंस, शाई होप (विकेटकीपर), अल्जारी जोसेफ, इविन लुइस, जेसन मोहम्मद, एशेल नर्स, केरन पावेल, रोवमैन पावेल, केसरिक विलियम्स.
ऊपर दी हुई 13 खिलाड़ियों की टीम में से 11 टीम इंडिया के खिलाफ शुक्रवार को वनडे सीरीज खेलने के लिए मैदान पर उतरेंगे. इन खिलाड़ियों के नाम पढ़कर आप सोच रहे होंगे कि क्या ये वेस्टइंडीज की ए टीम है, लेकिन ऐसा है नहीं. कैरेबियाई सरजमीं के ये अनजान खिलाड़ी ही सितारों से सजी टीम इंडिया के खिलाफ वनडे सीरीज खेलेंगे.
ऐसा नहीं कि वेस्टइंडीज के तगड़े खिलाड़ी जैसे कि क्रिस गेल, केरन पोलार्ड और सुनील नरेन अनफिट हैं या फिर सीरीज खेल नहीं सकते बल्कि अपने क्रिकेट बोर्ड के साथ चल रहे विवाद के चलते ये खिलाड़ी भारत के खिलाफ नहीं खेलेंगे.
नई पॉलिसी के तहत क्रिकेट वेस्टइंडीज अंतरराष्ट्रीय सीरीज के लिए केवल उन्हीं खिलाड़ियों का चुनाव करता है जिन्होंने घरेलू स्तर पर उस फॉर्मेट का कोई टूर्नामेंट खेला हो. जैसे अगर किसी खिलाड़ी ने टेस्ट या वनडे का कोई घरेलू टूर्नामेंट नहीं खेला तो अंतरराष्ट्रीय सीरीज के लिए बोर्ड उसका चुनाव नहीं करता, चाहे वो खिलाड़ी कितना भी बड़ा हो. गेल, पोलार्ड, ब्रावो और नरेन जैसे खिलाड़ियों का ध्यान पूरी तरह टी-20 लीग पर होता है. ये खिलाड़ी कैरेबियन टी-20 लीग समेत विश्व की लगभग सभी टी-20 लीग्स में खेलते हैं इसलिए अंतरराष्ट्रीय टी-20 टूर्नामेंट्स में ये खिलाड़ी नजर आते हैं.
यही कारण है कि भारत और वेस्टइंडीज के बीच वनडे सीरीज में ये बड़े-बड़े नाम नजर नहीं आएंगे.
क्रिस गेल
वनडे वर्ल्ड कप 2015 के क्वॉर्टर फाइनल के बाद से गेल ने एक भी वनडे मैच नहीं खेला है. वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड और क्रिस गेल के बीच की लड़ाई ने वेस्टइंडीज क्रिकेट का बहुत नुकसान किया है.
वनडे क्रिकेट में 9 हजार से ज्यादा रन बना चुके गेल अब सिर्फ टी-20 लीग टूर्नामेंट्स में ही छक्के लगाते नजर आते हैं.
आखिरी वनडे मैच- Vs New Zealand, 2015; वनडे मैच - 269; रन - 9,221; बल्लेबाजी औसत- 37.33.
सुनील नरेन
2011 में अपने डेब्यू के बाद से नरेन का वनडे करियर बहुत शानदार रहा ता. नरेन ने 65 मैचों में 92 विकेट चटकाए थे वो भी सिर्फ 26.46 की औसत के साथ. लेकिन उन्होंने अक्टूबर 2016 के बाद से एक भी मैच नहीं खेला है. हालांकि वो वेस्टइंडीज के लिए टी-20 क्रिकेट लगातार खेलते रहे हैं साथ ही दुनिया की लगभग सभी टी-20 लीग्स में खेलते हैं.
आखिरी वनडे मैच - Vs Pakistan, 2016; वनडे मैच - 65; विकेट - 92; गेंदबाजी औसत - 26.46.
ड्वेन ब्रावो
वेस्टइंडीज के इस धमाकेदार ऑलराउंडर ने आखिरी वनडे मैच 17 अक्टूबर 2014 को भारत के खिलाफ ही खेला था. उस मैच के बाद पूरी वेस्टइंडीज टीम ने अपने बोर्ड के साथ कॉन्ट्रैक्ट विवाद के चलते पूरा दौरा बीच में ही छोड़ दिया था. उसके बाद से ब्रावो को कभी भी वनडे या टेस्ट के लिए वेस्टइंडीज टीम में नहीं चुना गया.
हालांकि 2015 में वर्ल्ड कप से पहले उन्होंने अपना बिगबैश लीग कॉन्ट्रैक्ट आधे में ही छोड़कर वेस्टइंडीज के लिए घरेलू 50 ओवर टूर्नामेंट खेला लेकिन फिर भी उन्हें विश्व कप की टीम में नहीं चुना गया.
पूरी दुनिया से जो कॉन्ट्रैक्ट मुझे मिले हुए हैं उन्हें घरेलू टूर्नामेंट में खेलने के लिए मैं अब नहीं छोड़ूंगा. मैंने पहले ऐसा किया और मुझे ही नुकसान पहुंचा. मैंने 2015 में बीबीएल का कॉन्ट्रैक्ट आधा किया और घरेलू टूर्नामेंट खेलने आया लेकिन फिर भी विश्व कप और श्रीलंका दौरे के लिए मुझे टीम में नहीं चुना गयाड्वेन ब्रावो, क्रिकेटर, वेस्टइंडीज
आखिरी वनडे मैच - Vs India, 2014; वनडे मैच - 164; रन - 2968; विकेट - 199
केरन पोलार्ड
पोलार्ड वेस्टइंडीज की आखिरी वनडे सीरीज में नहीं खेले जिसमें कैरेबियन टीम को पाकिस्तान के खिलाफ 2-1 से हार मिली थी. पोलार्ड ने वनडे सीरीज के ऊपर आईपीएल को तरहीज दी और साथ ही उन्होंने वेस्टइंडीज के घरेलू क्रिकेट में भी शिरकत नहीं की थी.
वेस्टइंडीज के लिए चिंता बहुत बड़ी है क्योंकि 1975,1979 की विश्वविजेता ये टीम आईसीसी वर्ल्ड रैंकिंग में टॉप-8 से बाहर है. अपनी खराब रैंकिंग की वजह से वेस्टइंडीज चैंपियंस ट्रॉफी 2017 में भी भाग नहीं ले पाए और अगर ऐसा ही लचर प्रदर्शन जारी रहा तो वो 2019 वर्ल्ड कप के लिए भी डायरेक्ट क्वालीफाई नहीं कर पाएंगे.
पोलार्ड को टीम में वापिस लाकर वेस्टइंडीज क्रिकेट अपनी हालत में थोड़ा सुधार ला सकता है. वनडे क्रिकेट में 2 हजार से ज्यादा रन और 50 से ज्यादा विकेट ले चुके पोलार्ड सभी नाराज खिलाड़ियों में से थोड़े ‘कम नाराजगी’ वाले खिलाड़ी हैं. पोलार्ड ने आखिरी वनडे मैच में अक्टूबर 2016 में खेला था.
आखिरी वनडे मैच - Vs Pakistan, 2017; वनडे मैच- 164; रन - 2968; विकेट - 199
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