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IPL-10: अंपायर्स के वो 5 विवादित फैसले जिन पर उठे सवाल

क्या अब वक्त आ गया है कि आईपीएल में भी डीआरएस लागू कर दिया जाए?

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इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के हर सीजन में शानदार खेल देखने को मिलता है. अंतरराष्ट्रीय और घरेलू खिलाड़ी जमकर एक दूसरे का सामना करते हैं और इसी वजह से आईपीएल का हर सीजन काफी ज्यादा पॉपुलर होता है. आईपीएल का 10वां सीजन भी इसी तरह शानदार रहा है. लेकिन, इस सीजन में कई बार अंपायरिंग पर सवाल खड़े हुए. ये सीजन खराब अंपायरिंग के चलते कई बार विवादों में रहा.

देखिए इस आईपीएल सीजन की 5 विवादित फैसले-

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स्ट्राइक रोटेशन पर पंगा!

टूर्नामेंट का 10वां मैच मुंबई इंडियंस और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच खेला गया. छठा ओवर जसप्रीत बुमराह डाल रहे थे और ओवर की आखिरी गेंद पर डेविड वार्नर स्ट्राइक पर थे. आखिरी गेंद पर वार्नर ने चौका लगा दिया.

अगले ओवर में जब मिचेल मैक्लेघन ओवर फेंकने आए तो ओवर की पहली गेंद खेलने के लिए शिखर धवन की बजाए डेविड वार्नर तैयार थे. फील्ड पर मौजूद दोनों अंपायर सी.के नंदन और नितिन मेमन ने इस बात पर ध्यान न देते हुए खेल को जारी रखा. साथ ही साथ टीवी अंपायर ने भी इसे नजरअंदाज कर दिया. नियमों के मुताबिक अगर आखिरी गेंद पर खिलाड़ी 1 या 3 रन लेता है तभी वो अगले ओवर में स्ट्राइक ले सकता है.

संदीप शर्मा Vs अंपायर नंद किशोर

आईपीएल-10 का 47वां मैच किंग्स इलेवन पंजाब और गुजरात लायंस के बीच में खेला गया था. किंग्स इलेवन पंजाब के तेज गेंदबाज संदीप शर्मा अपने तीसरा ओवर की 5वीं गेंद फेंकी तो अंपायर ने उस गेंद को ‘नो बॉल’ करार दे दिया.

दरअसल अंपयर का कहना ये था कि संदीप शर्मा ने बिना अंपायर को सूचित किए बॉलिंग साइड बदल ली. लेकिन संदीप शर्मा का ये कहना था कि उन्होंने अंपायर को पहले ही बॉलिंग साइड बदलने के लिए सूचित किया था. इस बहस के चलते संदीप शर्मा को अपनी 50% मैच फीस भी गंवानी पड़ी.

हालांकि रीप्ले में साफ दिखाई दिया कि गेंद फेंकने से पहले संदीप शर्मा ने अंपायर से कुछ कहा और अंपायर ने भी उनकी तरफ देखा था.

देखिए वो वीडियो-

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रोहित शर्मा VS अंपायर सी.के नंदन

आईपीएल-10 के 7वें मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स की तरफ से सुनील नरेन अपना तीसरा ओवर फेंक रहे थे. उनके सामने मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा बल्लेबाजी कर रहे थे. तीसरे ओवर की 5वीं गेंद पर रोहित शर्मा ने गेंद को फ्लिक किया लेकिन गेंद उनके पैड पर जा लगी. अंपायर ने रोहित को आउट करार दिया.

बिना रीप्ले के ही बल्ले के अंदरूनी किनारे की अावाज साफ सुनाई दे रही थी और ये भी लगा की गेंद ने अपनी हल्की सी दिशा बदली. लेकिन, अपील के तुरंत बाद ही अंपायर सी.के नंदन ने रोहित को एलबी डब्लू करार दिया. फैसले के बाद रोहित शर्मा बुरी तरह से झल्लाए थे.

देखिए वो वीडियो-

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गेंद बल्ले से लगी या हेल्मेट से?

आईपीएल के 48वें मैच में सनराइजर्स हैदरबाद की तरफ से 7वां ओवर फेंकने आए सिद्धार्थ कॉल ने रोहित शर्मा को एक बाउंसर गेंद फेंकी. रोहित ने गेंद पर हुक शॉट खेलने की कोशिश की लेकिन वो असफल हो गए. गेंद हैलमेट पर लगी और कवर्स पर खड़े फील्डर ने उसे कैच कर लिया.

खिलड़ियों ने कैच आउट की अपील की लेकिन अंपायर ने अपील को नकार दिया. कप्तान डेविड वॉर्नर अंपायर से इसके बारे में पूछने भी आए पर अंपायर ने इशारा किया कि गेंद बल्ले से न लग कर हैलमेट पर लगी है.

लेकिन रीप्ले में दिखाई दिया कि गेंद ने पहले बल्ले का किनारा लिया फिर हैलमेट पर लगी.

देखिए वो वीडियो-

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पोलार्ड थे आउट मगर दिए गए नॉटआउट!

आईपीएल-10 के दूसरे मैच में राइजिंग पुणे सुपरजायंट की तरफ से 15वां ओवर फेंकने आए इमरान ताहिर ने दूसरी गेंद केरन पोलार्ड को एक गुगली फेंकी. पोलार्ड गेंद को लेग-स्पिन समझ कर खेले और उनके अगले पैर पर गेंद जाकर लगी.

देख कर ऐसा लग रहा था कि गेंद सीधी विकेटों की तरफ ही जा रही है और पोलार्ड एलबीडब्लू आउट हो जाएंगे. लेकिन अंपायर एस. रवि ने पोलार्ड को नॉट आउट करार दिया. नॉट आउट देने के ठीक बाद विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी ने मजाकिया तौर पर रिव्यू की मांग की.

धोनी का मानना ये था कि गेंद सीधी विकेटों पर जा कर लगती और रीप्ले देखने के बाद ये ही लगा कि पोलार्ड को नॉटआउट देने का निर्णय गलत था.

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