दोहा में चल रही वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के पांचवे दिन भारत के अविनाश साबले ने 3000 मीटर स्टीपलचेज इवेंट के फाइनल में जगह बना ली. वहीं महिलाओं के जैवलिन थ्रो के फाइनल में भारत को निराशा हाथ लगी. भारत की अन्नू रानी 12वें नंबर पर रही.
अविनाश का नया रिकॉर्ड
हालांकि अविनाश साबले की फाइनल में एंट्री कुछ अलग अंदाज में हुई. तीसरी हीट में अविनाश ने अपने करियर का सबसे तेज समय निकाला और सातवें स्थान पर रहे. अविनाश ने 8.25.23 मिनट में अपनी रेस पूरी की और इसके साथ ही नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी कायम कर दिया. अविनाश सातवें स्थान पर रहे.
लेकिन रेस के दौरान दूसरे एथलीट की गलती के कारण अविनाश 2 बार ट्रैक पर लड़खड़ाए, जिसके कारण उनकी रेस में रुकावट पैदा हुई. रेस खत्म होने के बाद भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने इसके खिलाफ अपील की. आयोजकों ने अपील को सही माना और अविनाश को फाइनल के लिए एंट्री दे दी गई.
केन्या के कोनसेसुल्स कपरुटो और बेंजामिन किगेन पहले और दूसरे स्थान पर रहे. कपरुटो ने आठ मिनट 19.20 सेकेंड का समय निकाला जबकि बेंजामिन ने आठ मिनट 19.44 सेकेंड का समय निकाला. अमेरिका के हिलेरी बोर आठ मिनट 20.67 सेकेंड के साथ तीसरे स्थान पर रहे.
फाइनल में 8वें पर रही अन्नू
वहीं महिलाओं के जेवलिन थ्रो के फाइनल में भी भारत की उम्मीद खत्म हो गई. भारत की अन्नू रानी अपने 6 प्रयासों में सबसे दूर 61.12 मीटर तक ही भाला फेंक पाई. इसके कारण वो 12 खिलाड़ियों में आठवें स्थान पर रहीं.
ऑस्ट्रेलिया की केलसी ली बारबर ने 66.56 मीटर फेंककर गोल्ड जीता, जबकि चीन की शियिंग लियू और हुईहुई ल्यू ने सिल्वर और ब्रॉन्ज अपने नाम किया.
हालांकि इस अन्नू रानी जैवलिन थ्रो के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट बनी थीं. क्वालिफाइंग राउंड में अन्नू ने 62.43 मीटर तक भाला फेंक नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड कायम किया था.
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