रूस के उलान उदे में चल रही वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत की मंजू रानी ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया. 48 किलोग्राम वर्ग के फाइनल में दूसरी सीड रूस की एकातेरिना पाल्टसेवा ने छठीं सीड मंजू को 4-1 से हरा दिया.
इसके साथ ही वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत ने 4 मेडल के साथ अपना अभियान खत्म किया. मंजू से पहले शनिवार 12 अक्टूबर को मैरी कॉम (51 किलो), जमुना बोरो (54 किलो) और लवलीना बोरगोहेन (69) किलो ने भी ब्रॉन्ज जीता था. तीनों बॉक्सर अपने-अपने सेमीफाइनल मुकाबले हार गई थीं.
पांच जजों ने मेजबान रूस की खिलाड़ी के पक्ष में 29-28, 29-28, 30-27, 30-27, 28-29 से फैसला सुनाया. हालांकि दोनों मुक्केबाजों ने पहले 2 राउंड में अच्छी बॉक्सिंग की.
पहले राउंड में जहां मंजू रानी ने ज्यादा अटैक की कोशिश की, वहीं एकातेरिना ने मंजू की कोशिशों को डॉज करते हुए काउंटर अटैक किए. इसका फायदा रूसी बॉक्सर को हुआ, जिसके पंच ज्यादा सही तरीके से निशाने पर लगे. हालांकि अगले 2 राउंड में रूसी बॉक्सर ने ज्यादा अटैक किया और मैच जीत लिया.
इसके साथ ही मंजू ने मैरी कॉम, सरजू बाला और सोनिया चहल की बराबरी कर ली है. इन तीनों ही बॉक्सरों ने अपनी डेब्यू वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था.
फाइनल में हार के बावजूद मंजू रानी के जज्बे में कोई कमी नहीं दिखी और उन्होंने कहा कि वो अगले साल अपने मेडल का रंग बदलेंगी.
“रूस के साथ मेरी फाइनल बाउट अच्छी गई. मैंने अपना 100 फीसदी दिया. मुझे सिल्वर मेडल मिला. अब मुझे अगली बार सिल्वर मेडल का रंग गोल्ड में बदलना है. आगे में बहुत अच्छा करूंगी.”मंजू रानी
मंजू का इस साल ये चौथा अंतरराट्रीय मेडल है. इससे पहले मंजू ने फरवरी 2019 में प्रतिष्ठित स्ट्रांजा मेमोरियल टूर्नामेंट में सिल्वर हासिल किया था. साथ ही इंडिया ओपन और थाईलैंड ओपन में भी उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था.
थाईलैंड ओपन में मंजू का थाईलैंड की ही छुटहामट राक्सत से हार का सामना करना पड़ा था. हालांकि वर्ल्ड चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में मंजू ने राक्सत को हराकर थाई मुक्केबाज से पिछली हार का बदला पूरा किया था.
इसके अलावा मंजू ने इस साल नेशनल चैंपियनशिप में गोल्ड अपने नाम किया था. इस तरह 2019 मंजू के लिए काफी फायदेमंद रहा.
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