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2020 में नहीं होगा Tokyo Olympic, 1 साल के लिए टाला गया आयोजन

जापान में 24 जुलाई से ओलंपिक खेलों का आयोजन होना था

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दुनियाभर में अपना कहर बरपा रहे कोरोनावायरस ने विश्व के सबसे बड़े खेल आयोजन को भी अपना शिकार बना ही लिया. इस साल टोक्यो में होने वाले ओलंपिक खेलों को स्थगित कर दिया गया है. इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) ने मंगलवार 24 मार्च को बयान जारी कर इन खेलों को फिलहाल के लिए स्थगित करने का ऐलान किया. इसके साथ ही IOC ने 2021 में खेलों को आयोजित करने का फैसला किया है. जापान में इस साल 24 जुलाई से 32वें ओलंपिक खेल आयोजित होने थे.

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इससे पहले जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने टोक्यो में मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने ओलंपिक के आयोजन को एक साल के लिए टालने का प्रस्ताव रखा था, जिसपर इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) के प्रमुख थॉमस बाख ने सहमति जताई.

जापानी प्रधानमंत्री के दफ्तर ने ट्वीट कर बताया कि IOC और जापान सरकार के बीच सहमति बनी कि खेलों को रद्द नहीं किया जाएगा और 2021 में इनका आयोजन किया जाएगा.

दुनियाभर में कोरोनावायरस के कारण लगातार खेल आयोजन स्थगित हुए या रद्द होते गए. इसके बाद से ही लगातार IOC और जापान पर ओलंपिक को टालने का दबाव बढ़ रहा था.

ओलंपिक का नाम रहेगा टोक्यो 2020

IOC ने इसके साथ ही अपने बयान में कहा-

“एथलीटों और खेल से जुड़े सभी लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए IOC अध्यक्ष और जापानी प्रधानमंत्री ने तय किया है कि टोक्यो में होने वाले 32वें ओलंपिक खेलों को 2020 के बाद और 2021 से पहले आयोजित किया जाए.”

IOC ने साथ ही कहा कि ओलंपिक मशाल इस पूरी अवधि के दौरान टोक्यो में ही रहेगी. साथ ही 2021 में होने वाले खेलों को टोक्यो ओलंपिक और पैरालंपिक 2020 के नाम से ही जाना जाएगा.

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3 बार हुए रद्द, लेकिन पहली बार स्थगित

ओलंपिक के 100 साल से भी ज्यादा के इतिहास में ये पहला मौका है जब खेल अपने तय समय पर आयोजित नहीं होंगे. हालांकि इससे पहले 3 बार ओलंपिक को रद्द करना पड़ा था.

सबसे पहले 1916 (बर्लिन) में पहले विश्व युद्ध के कारण खेल रद्द कर दिए गए थे, जबकि उसके बाद 1940 (हेल्सिंकी) और 1944 (लंदन) में दूसरे विश्व युद्ध के कारण इन्हें रद्द करना पड़ा था.

जापान में इससे पहले 1964 में ओलंपिक खेलों का आयोजन किया गया था.

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