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CWG 2022: Mirabai Chanu ने दिलाया पहला गोल्ड,भारत की झोली में आया तीसरा मेडल

Commonwealth Games 2022: भारत को वेटलिफ्टिंग में ही आया तीसरा मेडल

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ओलंपिक मेडल विजेता वेटलिफ्टर मीराबाई चानू (Mirabai Chanu) ने कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत को पहला गोल्ड मेडल जीता दिया है. बर्मिंघम में चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स में मीराबाई चानू में वीमेन 49 किग्रा वर्ग मुकाबले में यह मेडल अपने नाम किया है. भारत को इससे पहले मिले 2 मेडल भी वेटलिफ्टिंग में ही मिले हैं.

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संकेत सरगर (Sanket Sargar) ने जहां मेंस 55 किग्रा ग्रुप में सिल्वर मेडल अपने नाम किया है वहीं गुरुराजा पुजारी (Gururaja Poojary ) ने मेंस 61 किग्रा ग्रुप में ब्रॉन्ज मेडल जीता है.

मीराबाई ने स्नैच के अपने पहले प्रयास में 84 किग्रा और दूसरे प्रयास में 88 किग्रा उठा लिया. अपने तीसरे प्रयास में चानू 90 किग्रा उठाने के प्रयास में असफल रहीं. इसके बावजूद मीराबाई अपने किसी भी प्रतिद्वंदी से काफी आगे थीं. क्लीन एंड जर्क राउंड के पहले प्रयास में ही मीराबाई ने 109 किग्रा उठा लिया. दूसरे प्रयास में उन्होंने 113 किग्रा उठा लिया. हालांकि अपने अंतिम प्रयास में वो 115 किग्रा नहीं उठा सकीं. दोनों राउंड मिलाकर उन्होंने कुल 201 किग्रा उठाया.

पिछले साल टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाली मीराबाई से पूरे देश ली उम्मीद बंधी थी. चीन और कोरिया के वेटलिफ्टर्स की गैरमौजूदगी में मीराबाई अपनी कैटेगरी में गोल्ड की सबसे बड़ी उम्मीदवार थीं. याद रहे कि चानू 2018 में गोल्ड कोस्ट में हुए कॉमन वेल्थ गेम्स में भी गोल्ड जीत चुकीं हैं.

मालूम हो कि चानू का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 205 किग्रा है, जिसे उन्होंने पिछले साल ताशकंद में एशियाई चैंपियनशिप में उठाया था.

पीएम मोदी ने दी बधाई

मीराबाई चानू को भारत के लिए पहला गोल्ड जीतने पर पीएम मोदी ने बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि

"असाधारण मीराबाई चानू ने भारत को एक बार फिर गौरवान्वित किया! हर भारतीय इस बात से खुश है कि उसने बर्मिंघम खेलों में एक गोल्ड मेडल जीता और एक नया कॉमन वेल्थ रिकॉर्ड बनाया. उनकी सफलता कई भारतीयों को प्रेरित करती है, विशेषकर नए एथलीटों को."
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मीराबाई चानू की वेट कैटेगरी बदलने पर विचार कर रहा था फेडरेशन

इस साल मीराबाई चानू की तैयारी पटरी से थोड़ी हटी भी थी. इंडियन वेटलिफ्टिंग फेडरेशन (IWLF) चाहता था कि चानू भारत के लिए अधिक मेडल सुनिश्चित करने के लिए 55 किग्रा वर्ग में भाग लेने के लिए अपने शरीर के वजन को बढ़ाए, जबकि झिल्ली दलबेहरा को 49 किग्रा वर्ग में उतारा जा सके.

लेकिन जब एक नया नियम आया कि किसी कैटेगोरी में केवल बेस्ट वेटलिफ्टर ही कॉमनवेल्थ गेम्स में क्वालीफाई करेगा, सिंगापुर इंटरनेशनल में 55 किग्रा कटऑफ पार करने के बावजूद मीराबाई 49 किग्रा वर्ग में ही उतरीं.

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