भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने रविवार को साफ कर दिया कि भारतीय टीम अगले महीने इंग्लैंड में होने वाले चैम्पियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट में हिस्सा लेगी. इसके लिए टीम का चयन 8 मई को किया जाएगा. बीसीसीआई ने एक आम बैठक (एसजीएम) में यह फैसला लिया.
वहीं एक जून से खेले जाने वाले चैंपियंस ट्रॉफी में भारत का पहला मुकबला पाकिस्तान के साथ होगा. 4 जून को दोनों के बीच पहला मुकाबला खेला जाएगा.
बीसीसीआई ने अपने बयान में कहा, "एसजीएम में सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया कि भारतीय क्रिकेट टीम आगामी चैम्पियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट में हिस्सा लेगी."
भारत के चैंपियंस ट्रॉफी में खेलने पर क्यों था खतरा?
आईसीसी ने ‘बिग थ्री' प्रशासनिक ढांचे में बदलाव करके बीसीसीआई के रेवेन्यू हिस्से को 57 करोड़ डालर से घटाकर 29.3 करोड़ डालर कर दिया है. और साथ ही उसके कार्यकारी अधिकारियों में भी कमी की है.
इससे नाराज बीसीसीआई ने आईसीसी को धमकी भी दे डाली थी कि अगर आईसीसी भारत के हितों को ध्यान में नहीं रखता है, तो वो चैम्पियंस ट्रॉफी से हट सकता है.
इससे आईसीसी और स्थानीय आयोजकों को काफी नुकसान होता और फिर ऐसा करते हुए भारत आईसीसी पर अपनी बात मनवाने का दबाव बना सकता था.
इसकी भनक लगते ही सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति (सीओए) ने बीते गुरुवार को बीसीसीआई को आड़े हाथों लेते हुए उससे जल्द से जल्द चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए टीम की घोषणा करने को कहा.
सीओए ने बोर्ड से कहा कि नए वित्तीय ढांचे को लेकर आईसीसी के साथ मतभेद के बावजूद टीम की घोषणा में विलम्ब नहीं होना चाहिए.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)