साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारत के पहले मैच के दौरान कीपिंग ग्लव्स में सेना का चिह्न लगाने वाले धोनी को फैंस ने खूब पसंद किया और इसके लिए उनकी तारीफ की. हालांकि, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) को ये सही नहीं लगा और अब आईसीसी ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड से अपील की है कि वो इस चिह्न को हटवाएं.
आईसीसी वर्ल्ड कप के अपने पहले मैच में 5 जून को भारत ने साउथ अफ्रीका को 6 विकेट से हराया. भारतीय टीम ने पहले गेंदबाजी की. इस दौरान 40वें ओवर में जैसे ही धोनी ने फेहलुकवायो को स्टंप आउट किया, तो फैंस ने धोनी के ग्लव्स में ये चिह्न नोटिस किया.
धोनी के विकेटकीपिंग ग्लव्स में भारतीय सेना की पैरा स्पेशल फोर्स का ‘बलिदान’ चिन्ह लगा हुआ था. फैंस की नजर जब इस पर पड़ी तो उन्होने सोशल मीडिया पर इसे खूब शेयर किया. फैंस ने सेना को लेकर धोनी के सम्मान की भी तारीफ की.
हालांकि, आईसीसी के नियमों के मुताबिक ये सही नहीं है. नियमों के तहत, "कपड़ों या अन्य चीजों पर अंतर्राष्ट्रीय मैच के दौरान राजनीति, धर्म या नस्लभेदी जैसी चीजों का संदेश नहीं होना चाहिए."
आईसीसी के जनरल मैनेजर क्लेयर फरलोंग ने कहा,
“हमने बीसीसीआई से इस चिन्ह को हटवाने की अपील की है.”
पैरा एसएफ के 'बलिदान' चिन्ह का इस्तेमाल सिर्फ पैरा कमांडो से जुड़े लोग ही करक सकते हैं. धोनी को 2011 में पैरा एसएफ में लेफ्टिनेंट कर्नल की रैंक दिया गया था. इसके बाद 2015 में धोनी ने पैरा ब्रिगेड की ट्रेनिंग भी ली है.
इस पर हालांकि सोशल मीडिया पर धोनी की काफी तारीफ हो रही है. धोनी पहले भी कुछ मौकों पर पैरा एसएफ का ये चिह्न इस्तेमाल करते देखे गए हैं.
भारतीय टीम वर्ल्ड कप में 9 जून को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना दूसरा मैच खेलेगी. मैच लंदन के ओवल स्टेडियम में होगा.
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