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फारुख इंजीनियर बोले, ‘अनुष्का को चाय परोसते थे BCCI सेलेक्टर्स’

साल 1965 में फारुख इंजीनियर को इंडियन क्रिकेटर ऑफ द इयर का अवॉर्ड मिल चुका है,मौजूदा वक्त में वो IPL में रेफ्री हैं.

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भारत के पूर्व विकेटकीपर फारुख इंजीनियर ने बीसीसीआई के सेलेक्टर्स को ‘मिकी माउस सेलेक्शन कमेटी’ करार दे दिया है. फारुख का दावा है कि वो सब वर्ल्डकप के दौरान बॉलीवुड एक्ट्रेस और कप्तान विराट कोहली की पत्नी अनुष्का शर्मा को चाय परोसते थे. साथ ही सीओए को फारुख ने ‘हनीमूनर्स’ कहा.
इसके ठीक बाद अनुष्का ने एक लंबा बयान जारी कर अपने ऊपर लगाए गए कई आरोपों का जवाब दिया. साथ ही आलोचकों को जमकर लताड़ा.

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आरोपों पर क्या बोलीं अनुष्का शर्मा?

अनुष्का शर्मा ने साफ-साफ कहा कि उनका नाम बेवजह कई मामलों में घसीट लिया जाता है.

‘मैं वर्ल्ड कप के केवल एक मैच में आई थी और फैमिली बॉक्स में बैठी थी, न कि सलेक्टर्स बॉक्स में, लेकिन ऐसे मामलों में सच कहां टिक पाता है. अगर आप सेलेक्शन कमेटी और उसकी योग्यता पर कमेंट करना चाहते हैं, तो बिल्कुल करिए, लेकिन अपने दावों को सनसनीखेज बनाने के लिए मेरा नाम मत घसीटें. मैं किसी को भी ऐसे मामलों में मेरा नाम इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं देती. और...मैं चाय नहीं कॉफी पीती हूं.’’

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, फारुख इंजीनियर ने सेलेक्शन कमेटी की काबिलियत पर भी सवाल उठाए हैं. बता दें कि हाल ही में सीओए ने 33 महीनों का अपना कार्यकाल पूरा किया है और सौरव गांगुली नए बीसीसीआई अध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं.

‘सेलेक्टर्स कैसे क्वालीफाइड हैं?’: फारुख

फारुख इंजीनियर ने सेलेक्शन कमेटी के अनुभव पर सवाल उठाया है. साथ ही सेलेक्शन की प्रक्रिया में कप्तान विराट कोहली के रोल को भी सराहा है. फारुख ने कहा कि सेलेक्शन कमेटी में दिलिप वेंगसरकर के कद का कोई होना चाहिए.

‘‘हमारे पास मिकी माउस सेलेक्शन कमेटी है. विराट कोहली का सेलेक्शन की प्रक्रिया में बहुत अहम किरदार है जो कि बहुत अच्छा है. लेकिन सेलेक्टर्स की क्या काबीलियत है? क्या उनमें से किसी ने 10 से 12 टेस्ट मैच खेले हैं. वर्ल्ड कप के दौरान मैं एक सेलेक्टर से मिला जिसे मैं जानता तक नहीं था उसने भारत का ब्लेजर पहना हुआ था मैंने उससे पूछा तो उसने कहा कि वो सेलेक्टर्स में से एक है’’
फारुख इंजीनियर

‘‘वो बस अनुष्का शर्मा को चाय के कप लाकर दे रहे थे.’’

‘सीओए हनीमून मनाने आए थे’

फारुख इंजीनियर ने कहा है कि सीओए हनीमून मना रही थी और उनको क्रिकेट के बारे में कुछ भी नहीं जानकारी नहीं है. फारुख के मुताबिक उन्हें पता चला कि सीओए में से किसी एक ने 3.5 करोड़ लिए. साथ ही उनको मीटिंग्स के लिए हजारों हजार रुपये दिए गए.

फारुख इंजीनियर ने भारत के लिए 46 टेस्ट और 5 वनडे मैच खेले हैं. साल 1965 में उनको इंडियन क्रिकेटर ऑफ द इयर का अवॉर्ड भी मिल चुका है. मौजूदा वक्त में वो आईपीएल में रेफ्री हैं.

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