भारतीय टीम के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने 'कॉफी विद करण' शो पर हुए विवाद को लेकर अब अपनी चुप्पी तोड़ी हैं. इस शो पर हार्दिक और लोकेश राहुल को महिलाओं के खिलाफ की गई टिप्पणी करने के कारण निलंबन तक झेलना पड़ा था.
हार्दिक ने इंडिया टु़डे से कहा,
“एक क्रिकेटर के तौर पर हमें नहीं पता था कि क्या होने वाला है. गेंद मेरे पाले में नहीं थी, यह किसी और के पाले में थी जहां उन्हें शॉट लगाना था और यह बेहद खतरनाक जगह होती है जहां आप रहना नहीं चाहते.”
हार्दिक और राहुल को पिछले साल कॉफी विद करण शो पर महिलाओं के खिलाफ की गई टिप्पणी के कारण काफी कुछ झेलना पड़ा था. इन दोनों ने प्रशंसकों और अपनी टीम के साथियों से माफी भी मांगी थी. बीसीसीआई ने इन दोनों को निलंबित कर दिया था और आस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज से वापस भी बुला लिया था.
क्या था पूरा मामला?
हार्दिक पांड्या ने टीवी शो के दौरान महिलाओं को लेकर विवादित टिप्पणी की थी और यह भी बताया कि वह इस बारे में अपनी फैमिली के साथ भी खुलकर बात करते हैं. हालांकि राहुल ने अपने संबंधों के बारे में सीमित होकर जवाब दिया. कप्तान विराट कोहली ने भी दोनों की इस हरकत को गलत बताया था.
टीम से हुए थे बाहर
विवाद सामने आने के बाद दोनों ही खिलाड़ियों को ऑस्ट्रेलिया दौरे से वापस बुला लिया गया था. तत्कालीन प्रशासकों की समिति (CoA) के प्रमुख विनोद राय ने जांच पूरी होने तक दोनों को निलंबित करने का आदेश दिया था.
हालांकि, CoA की दूसरी सदस्य डायना इडुलजी ने अमर्यादित टिप्पणी को लेकर दोनों खिलाड़ियों पर बैन लगाने की मांग की थी. सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के बाद दोनों खिलाड़ियों को ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के साथ हुई वनडे सीरीज के दौरान टीम में शामिल कर लिया गया था.
इसके बाद ये मामला बीसीसीआई के लोकपाल के पास भेजा गया था. लोकपाल ने जांच के बाद राहुल और पांड्या पर 20-20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया था. लोकपाल ने दोनों खिलाड़ी 1-1 लाख रुपये शहीद अर्धसैनिक बलों के 10 परिवारों को देंगे. इसके अलावा 10-10 लाख रुपये क्रिकेट असोसिएशन ऑफ ब्लाइंड के फंड में जमा करने के निर्देश भी दिए थे
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