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Ind VS Eng: वाकई ये फाइनल वाला मैच था, कई बार पलटा खेल-Highlights

शार्दुल ने जब राशिद का विकेट लिया तो लगा कि मैच मुट्ठी में है, फिर सैम ने बढ़ा दी टेंशन

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मैन ऑफ द मैच सैम कुरैन (नाबाद 95) की शानदार पारी के बावजूद इंग्लैंड जीत दर्ज नहीं कर सकी और भारत ने रविवार को यहां महाराष्ट्र क्रिकेट संघ स्टेडियम में खेले गए तीसरे और निर्णायक वनडे मुकाबले को सात रन से जीतकर तीन मैचों की वनडे सीरीज 2-1 से जीत ली। भारत ने इससे पहले इंग्लैंड से चार मैचों की टेस्ट सीरीज 3-1 से और पांच मैचों की टी20 सीरीज 3-2 से जीती थी।

मेजबान भारत ने तीसरे और निर्णायक वनडे में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 48.2 ओवर में 329 रन का स्कोर बनाया और फिर इंग्लैंड को निर्धारित 50 ओवर में नौ विकेट पर 322 रन पर रोक दिया।

भारत से मिले 330 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की शुरुआत खराब रही और टीम ने 94 तक अपने चार विकेट गंवा दिए। इन चार विकेटों में जेसन रॉय (14), पिछले मैच के शतकधारी जॉनी बेयरस्टो (1), बेन स्टोक्स (35) और कप्तान जोस बटलर (15) के विकेट शामिल हैं।

इसके बाद हालांकि डेविड मलान (50) और लियाम लिविंगस्टन (36) ने पांचवें विकेट के लिए 54 गेंदों पर 60 रन की साझेदारी करके इंग्लैंड को वापस मैच में लाने की कोशिश की। लेकिन तभी शार्दूल ठाकुर ने लिविंगस्टोन और फिर मलान को आउट करके 168 रन तक इंग्लैंड के छह विकेट आउट कर दिए। मलान ने 50 गेंदों पर छह चौके लगाए। लिविंगस्टोन ने 31 गेंदों पर चार चौके और एक छक्का लगाया।

इसके बाद भुवनेश्वर कुमार ने इंग्लैंड के 200 के स्कोर पर मोईन अली (29) को हार्दिक पांडया के हाथों कैच कराकर मेहमान टीम को सातवां झटका दिया। यहां से कुरैन और आदिल रशीद (19) ने आठवें विकेट के लिए 53 गेंदों पर 57 रन की साझेदारी करके इंग्लैंड को जीत की मंजिल तक ले जाने की भरपूर कोशिश की।

ऐसा लग रहा था कि इस साझेदारी के सहारे इंग्लैंड सीरीज को अपने नाम कर लेगी, लेकिन तभी ठाकुर ने रशीद को आउट करके इस साझेदारी को तोड़ दिया और इंग्लैंड मैच से दूर धकेल दिया। कप्तान विराट कोहली ने रशीद का शानदार कैच लपका। हालांकि करन ने फिर मार्क वुड (14) के साथ नौवें विकेट के लिए 61 गेंदों पर 60 रन की साझेदारी करके इंग्लैंड को जीत के करीब ला दिया था।

लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने अंतिम ओवरों में शानदार गेंदबाजी करते हुए इंग्लैंड को लक्ष्य तक नहीं पहुंचने दिया और सात रन से करीबी जीत दर्ज करके सीरीज भी 2-1 से जीत ली। कुरैन ने 83 गेंदों पर नौ चौके और तीन छक्के की बदौलत अपने वनडे करियर की बेस्ट पारी खेली और उन्हें मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला।

भारत की ओर से शार्दूल ठाकुर ने चार, भुवनेश्वर कुमार ने तीन और और टी नटराजन ने एक विकेट लिया।

इससे पहले, भारत ने ऋषभ पंत (78), शिखर धवन (67) और हार्दिक पांड्या (64) की अर्धशतकीय पारियों से इंग्लैंड को 330 रनों का लक्ष्य दिया, लेकिन मेहमान टीम इस लक्ष्य को पा न सकी।

भारतीय टीम पंत के 62 गेंदों पर पांच चौकों और चार छक्कों की मदद से 78, धवन के 56 गेंदों पर 10 चौकों के सहारे 67 और हार्दिक के 44 गेंदों पर पांच चौकों और चार छक्कों की मदद से 64 रनों की पारी के दम पर 48.2 ओवर में 329 रन बनाकर ऑलआउट हो गई।

इंग्लैंड की ओर से मार्क वुड ने तीन विकेट और आदिल राशिद ने दो विकेट लिए, जबकि सैम करेन, रीस टोप्ले, बेन स्टोक्स, मोईन अली और लियाम लिविंग्स्टोन को एक-एक विकेट मिला।

मेजबान टीम को रोहित शर्मा और धवन ने अच्छी शुरुआत दिलाई और दोनों बल्लेबाजों के बीच पहले विकेट के लिए 103 रनों की साझेदारी हुई। इस साझेदारी को राशिद ने रोहित को आउट कर तोड़ा। रोहित ने 37 गेंदों पर छह चौकों की मदद से 37 रन बनाए।

रोहित के आउट होने के बाद धवन को भी राशिद ने जल्द ही पवेलियन भेजा। कप्तान विराट कोहली को मोइन ने बोल्ड कर भारत तीसरा झटका दिया। कोहली ने 10 गेंदों पर एक चौके की मदद से सात रन बनाए। इसके बाद लोकेश राहुल ने पंत के साथ पारी आगे बढ़ाई, लेकिन राहुल लिविंग्स्टोन की गेंद पर मोइन को कैच थमा बैठे। राहुल ने सात रन बनाए।

भारतीय पारी लड़खड़ाने के बाद पंत ने हार्दिक के साथ टीम को संभाला और दोनों बल्लेबाजों ने पांचवें विकेट के लिए 99 रन जोड़े। हालांकि कुरैन ने पंत को आउट कर इस साझेदारी का अंत किया। इसके कुछ देर बाद स्टोक्स ने हार्दिक को बोल्ड कर भारत को छठा झटका दिया।

टीम इंडिया ने ऑलआउट होने से पहले अंतिम पांच ओवर में सिर्फ 29 रन पर चार विकेट गंवाए। भारत ने शार्दूल ठाकुर (30), क्रुणाल पांड्या (25), प्रसिद्ध कृष्णा (0) और भुवनेश्वर कुमार (3) के विकेट जल्द ही गंवा दिए।

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