भारत और न्यूजीलैंड (India vs New Zealand) के बीच मुंबई टेस्ट (Mumbai Test) की पहली पारी में एजाज पटेल ने 10 विकेट लेकर इतिहास रचा तो वहीं भारत ने न्यूजीलैंड को सिर्फ 62 रनों पर आउट कर दिया जो अब तक भारतीय धरती पर किसी भी टीम का एक टेस्ट पारी में सबसे कम स्कोर है.
लेकिन तमाम फैंस को हैरानी तब हुई जब पहली पारी में 263 रनों की बढ़त लेने के बावजूद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कीवी टीम को फॉलो-ऑन नहीं दिया और दोबारा बल्लेबाजी करने का फैसला किया.
लेकिन पिच और भारतीय बल्लेबाजी को देखकर लगता है कि विराट कोहली और टीम मैनेजमेंट ने ये फैसला बहुत सोच समझकर लिया है.
विकेट और खराब होता जाएगा
भारत के फैसले में सबसे बड़ी भूमिका पिच की है. दो दिनों तक खेल जिस तरह से चला है उससे साफ है कि विकेट से गेंदबाजों को अच्छी मदद मिल रही है, खासकर स्पिन गेंदबाजों को. ऐसे में खेल जैसे-जैसे आगे बढ़ेगा वैसे-वैसे ये पिच बल्लेबाजी के लिए और कठिन होती जाएगी.
फॉलो-ऑन न देने पर अब आखिरी पारी न्यूजीलैंड को खेलना है जिससे उनके लिए काफी मुश्किलें पैदा हो सकती है. भारतीय बल्लेबाज पिच पर जितना समय बिताएंगे पिच खराब होती जोएगी और यही भारत की रणनीति का सबसे बड़ा हिस्सा है.
बल्लेबाजों के लिए फॉर्म पाने का मौका
फॉलो-ऑन न देने के पीछे एक मंशा ये हो सकती है भारत के उन बल्लेबाजों को किसी तरह फॉर्म में लाया जाए जो रनों के लिए जूझ रहे हैं. 263 रनों की बढ़त के बाद भारत के उपर कोई दबाव नहीं है, लिहाजा भारतीय बल्लेबाज खुलकर अपना गेम खेल सकते हैं.
चेतेश्वर पुजारा जो लंबे समय से फॉर्म में नहीं हैं उन्हें पारी में ओपनिंग की जिम्मेवारी सौंपी गई तोकि वो अपना समय लें और फिर से फॉर्म पा सकें.
इससे साफ है कि भारत बल्लेबाजी करने का मौका गंवाना नहीं चाहता था.
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