21 फरवरी को जब मेलबर्न के जंक्शन ओवल में भारतीय महिला टीम आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप के अपने पहले ही मैच में ऑस्ट्रेलिया से टकराई थी, तो उस वक्त ये अंदेशा लगाना मुश्किल था कि भारतीय टीम टूर्नामेंट में इस कदर हावी हो जाएगी. पहले ही मैच में 4 बार की चैंपियन टीम के खिलाफ सिर्फ 132 रन बनाने के बावजूद जब टीम इंडिया ने ये मैच जीता, तो लगने लगा था कि ये टीम कुछ अलग है.
ठीक 2 हफ्ते बाद भारतीय टीम पहली बार टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंच गई और अब पहली बार खिताबी मुकाबले में उतरने को तैयार है. टूर्नामेंट के पहले ही मैच की तरह एक बार फिर सामने है 4 बार की चैंपियन, मौजूदा चैंपियन और मेजबान- ऑस्ट्रेलिया.
तारीख भी बेहद खास है और वेन्यू भी. 8 मार्च यानी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन होने वाला ये फाइनल खेला जाएगा क्रिकेट के सबसे बड़े और सबसे ऐतिहासिक मैदानों में से एक- मेलबर्न का मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड यानी MCG.
जन्मदिन पर हरमनप्रीत उठाएंगी कप?
8 मार्च का दिन भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर के लिए भी बेहद खास है. रविवार को हरमनप्रीत 31 साल की हो जाएंगी और इस दिन उनके लिए वर्ल्ड कप जीतने से बेहतर गिफ्ट कुछ नहीं हो सकता.
इस गिफ्ट के लिए खुद हरमनप्रीत को भी इस खास दिन में बेहद खास करना होगा. भारतीय कप्तान के लिए ये टूर्नामेंट अबतक कोई खास नहीं रहा है और बल्ले से पूरी तरह नाकाम रही हैं. हालांकि हरमनप्रीत हमेशा बड़े और मुश्किल मौकों पर अपना सबसे शानदार प्रदर्शन देती रही हैं.
2017 के वनडे वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में हरमनप्रीत में शानदार 171 रन की पारी खेली थी और एक बार फिर हरमनप्रीत से ऐसी ही असरदार पारी की उम्मीद टीम को होगी.
हालांकि हरमनप्रीत की कप्तानी ने काफी प्रभावित किया है और उन्होंने अपने टीम सेलेक्शन से लेकर गेंदबाजों के इस्तेमाल में भी चालाकी दिखाई है, जिसका नतीजा रहा कि टीम छोटे स्कोर के बावजूद जीतती रही.
शेफाली पर निगाहें, स्मृति पर जिम्मा
टूर्नामेंट में अब तक भारत की सबसे शानदार बल्लेबाज 16 साल की शेफाली वर्मा रही हैं. टीम की बल्लेबाजी को शेफाली ने एक छोर से संभाले रखा और सबसे प्रभावशाली बल्लेबाज रही हैं. उन्होंने 161 के स्ट्राइक रेट से 4 पारियों में 167 रन बनाए हैं.
फाइनल में एक बार फिर शेफाली पर निगाहें रहेंगी, लेकिन टीम की अनुभवी ओपनर स्मृति मंधाना पर भी सबकी नजरें रहेंगी और फाइनल में वो टीम की जिम्मेदारी उठाएं, पूरी टीम को उनसे यही उम्मीदें होंगी. स्मृति के लिए भी ये वर्ल्ड कप बेहद निराशाजनक रहा है और 3 पारियों में उन्होंने सिर्फ 36 रन बनाए हैं.
वहीं जेमिमा रॉड्रिग्ज, दीप्ति शर्मा और वेदा कृष्णमूर्ति पर भी उम्मीदें टिकी होंगी. तीनों ने अलग-अलग मौकों पर टीम को मुश्किल हालातों में संभालने का काम किया है.
मेलबर्न में तीन दिनों के ब्रेक और परिवार के सदस्यों की उपस्थिति विशेष रूप से जेमिमाह रोड्रिगेज, शेफाली वर्मा और हरमनप्रीत के लिए मनोबल बढ़ाने वाली है.
इस बार ऑस्ट्रेलिया से पार पाना नहीं होगा आसान
भारतीय टीम ने टूर्नामेंट के पहले ही मैच में ऑस्ट्रेलिया को हराकर सबको चौंका दिया था और उसकी मदद से ही भारतीय टीम ने टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन जारी रखा, लेकिन इस बार ऑस्ट्रेलिया ज्यादा बेहतर तैयारी के साथ उतरेगी.
पहले मैच में मिली हार के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अच्छी वापसी की और सेमीफाइनल तक कोई और मैच नहीं गंवाया. ऐसे में ऑस्ट्रेलिया ज्यादा मजबूत टीम के तौर पर इस फाइनल के लिए तैयार रहेगा.
साथ ही ऑस्ट्रेलियाई टीम लगातार छठी बार वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचा है. इसमें से 4 बार उन्होंने खिताब भी जीता है. ऐसे में इस टीम के पास इस बड़े मुकाबले को खेलने का अनुभव और दबाव से जूझने की क्षमता है.
ऑस्ट्रेलियाई टीम गेंदबाजी आक्रमण में बहुत सटीक है. एलिस पेरी मैच से बाहर हैं लेकिन मेगन शूट, पूनम यादव के साथ नौ विकेट के साथ तालिका में शीर्ष पर हैं, जिसमें भारतीय टीम के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को पछाड़ने की क्षमता है.
इसके अलावा जेस जोनासेन अतिरिक्त खतरा पैदा करेंगी. बेथ मूनी अपने करियर की बेस्ट फॉर्म में हैं और एलिसा हीली के साथ संयुक्त रूप से बल्लेबाजी विभाग में तीसरे स्थान पर हैं.
टीमें
भारत: हरमनप्रीत कौर (कप्तान), तानिया भाटिया (विकेटकीपर), हरलीन देओल, राजेश्वरी गायाकवाड़, ऋचा घोष, वेदा कृष्णामूर्ति, स्मृति मंधाना, शिखा पांडे, पूनम यादव, अरुंधति रेड्डी, जेमिमा रॉड्रिग्ज, शेफाली वर्मा, दीप्ति शर्मा, पूजा वास्त्राकर, राधा यादव.
ऑस्ट्रेलिया: मेग लेनिंग (कप्तान), रेचल हायंस, एरिन बर्न्स, निकोला कैरी, एश्ले गार्डनर, एलिसा हीली, जेस जोनासन, डेलिसा किममिंसे, सोफी मोलिनेयुक्स, बेथ मूनी, मेगन शट, मोली स्ट्रानो, एनाबेल सदरलैंड, जॉर्जिया वारेहैम, मॉली स्ट्रानो.अपना
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