आईपीएल का आखिरी मैच. सबकी निगाहें इस बात पर कि कौन चैंपियन बनेगा. सामने थीं लीग की दो सबसे बेहतरीन टीमें- मुंबई और चेन्नई. मौका था चौथी बार खिताब जीतने का. दोनों में से किसी भी टीम के लिए ये आसान नहीं था. आखिरकार यही साबित हुआ. मैच का फैसला मैच की आखिरी ओवर की आखिरी गेंद पर हुआ और मुंबई ने 1 रन से मैच जीत लिया.
कुछ इस तरह से आखिरी 6 बॉलों में मैच का रुख पलटा.
फाइनल ओवर का ड्रामा
चेन्नई को आखिरी 3 ओवरों में जीत के लिए 38 रन की जरूरत थी. शेन वॉटसन ने क्रुणाल पांड्या के ओवर में लगातार 3 छक्के जड़े और ओवर से 20 रन निकाले. 18वें ओवर के बाद चेन्नई को 18 रनों की जरूरत थी और मुंबई के सबसे बेहतरी बॉलर जसप्रीत बुमराह ने जिम्मेदारी संभाली. बुमराह ने इस ओवर में सिर्फ 9 रन दिए और ब्रावो का विकेट लेकर चेन्नई को मुश्किल में डाल दिया.
20वें ओवर में मुंबई को जीत के लिए चाहिए थे सिर्फ 9 रन और स्ट्राइक पर थे शेन वॉटसन, जो अपना अर्धशतक पूरा कर चुके थे. मुंबई के सबसे अनुभवी गेंदबाज मलिंगा ने गेंद थामी. आखिरी 6 गेंद कुछ इस तरह निकलीं-
19.1-
मलिंगा ने राउंड-द-विकेट जाकर लेग स्टंप पर वॉटसन को यार्कर कराई. वॉटसन इस पर सिर्फ एक रन ले सके.
इसके बाद स्ट्राइक पर आए रविंद्र जड़ेजा
19.2-
मलिंगा की फुलटॉस गेंद काफी नीची रही और जड़ेजा ने किसी तरह इसे सीधा मलिंगा की ओर मारा. गेंद मलिंगा से दूर थी, लेकिन उन्होंने अपने पैर से उसको रोका. जडे़जा और वॉटसन ने एक रन पूरा किया.
अब 4 बॉल पर चाहिए थे 7 रन. स्ट्राइक पर आए वॉटसन
19.3-
मलिंगा की वॉटसन को एक और यॉर्कर. ये भी लेग स्टंप पर थी और वॉटसन ने इसे लॉन्ग ऑन की ओर खेल दिया. दोनों बल्लेबाजों ने तेजी से 2 रन भी पूरे किए.
आखिरी 3 बॉल पर 5 रन की जरूरत.
19.4-
- मलिंगा ने एक और यॉर्कर की कोशिश की, लेकिन इस बार गेंद ऑफ स्टंप से बाहर रही. वॉटसन ने इसे डीप प्वाइंट की ओर खेला. दोनों ने तेजी से एक रन पूरा कर लिया.
- वॉटसन दूसरा रन भी लेना चाहते थे और जैसे ही वो दूसरे रन के लिए दौड़े, क्रुणाल पांड्या ने तेजी से विकेट कीपर डि कॉक की ओर गेंद फेंकी और डि कॉक ने वॉटसन को रन आउट कर दिया.
- चेन्नई के लिए ये बड़ा झटका था, क्योंकि वॉटसन पारी के पहले ओवर से क्रीज पर टिके हुए थे और उनके रहते चेन्नई की जीत मुमकिन लग रही थी. वॉटसन ने 59 गेंद पर 80 रन बनाए.
- अब आखिरी 2 गेंद पर 4 रन की जरूरत और चेन्नई ने चौंकाते हुए शार्दुल ठाकुर को बैटिंग के लिए भेजा.
19.5-
मलिंगा ने ठाकुर को फुल टॉस गेंद डाली. ठाकुर ने बॉल को स्क्वेयर लेग की ओर मारा. दोनों ने तेजी से 2 रन पूरे कर लिए.
अब आखिरी बॉल पर चाहिए थे 2 रन. एक रन और बनाकर मैच सुपर ओवर में पहुंच जाता.
19.6-
मलिंगा ने अपने लंबे अनुभव का फायदा उठाया और सीधे विकेट की लाइन पर एक यॉर्कर डाली. ठाकुर बॉल को छू भी नहीं पाए और गेंद उनके पैड में लगी. अंपायर ने ठाकुर को LBW आउट दे दिया.
इसके साथ ही मुंबई ने सिर्फ 1 रन से मैच जीतकर चौथी बार आईपीएल का खिताब अपने नाम किया. इतना ही नहीं, मुंबई ने तीसरी बार आईपीएल के फाइनल में चेन्नई को हरा दिया. इसके साथ-साथ, मुंबई ने इस सीजन में चेन्नई के खिलाफ खेले सभी चार मैचों में जीत हासिल की.
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