ये संयोग ही है कि आईपीएल और टीम इंडिया के दो दिग्गज खिलाड़ियों के लिए ये सीजन हार के साथ शुरू हुआ है. विराट कोहली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के कप्तान हैं. रोहित शर्मा मुंबई इंडियंस के कप्तान हैं. विराट कोहली को इस सीजन के पहले मैच में चेन्नई सुपरकिंग्स के हाथों बड़ी हार का सामना करना पड़ा था. जबकि रोहित शर्मा को दिल्ली कैपिटल्स ने उन्हीं के घर में हरा दिया. अब इन दोनों दिग्गज खिलाड़ियों का आमना-सामना गुरुवार को बेंगलुरु में होना है.
संयोग सिर्फ पहले मैच में हार का ही नहीं और भी है. विराट कोहली टीम इंडिया के कप्तान हैं. रोहित शर्मा उपकप्तान हैं. रोहित शर्मा ने 2007 में वनडे क्रिकेट खेलना शुरू किया था. विराट कोहली अगले साल टीम में आए.
विराट कोहली दस हजार से ज्यादा रन बना चुके हैं. 41 वनडे शतक लगा चुके हैं. रनों के मामले में तो रोहित शर्मा भी ज्यादा पीछे नहीं हैं. उन्होंने भी आठ हजार से ज्यादा वनडे रन बनाए हैं. लेकिन शतकों के मामले में वो विराट कोहली से 19 शतक पीछे हैं.
इस बड़े अंतर को रोहित शर्मा अलग तरीके से बराबरी पर लाते हैं. वो अपनी कप्तानी में मुंबई की टीम को तीन बार आईपीएल का खिताब जीता चुके हैं जबकि विराट कोहली अब तक एक बार भी आईपीएल नहीं जीते हैं.
इन तुलनाओं से अलग दोनों टीम इंडिया के सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं. जाहिर है आईपीएल में इन दोनों दिग्गजों की बल्लेबाजी और कप्तानी पर सभी की नजर है. ये नजर इसलिए और भी पैनी है क्योंकि पिछले साल कुछ दिनों के लिए इन दोनों खिलाड़ियों में विवाद की खबर भी सामने आई थी. रोहित शर्मा ने सोशल मीडिया में विराट कोहली को ‘अनफॉलो’ तक कर दिया था.
विराट और रोहित की कप्तानी का फर्क
विराट कोहली अपनी टीम चुनते वक्त बहुत ‘अनप्रेडिक्टेबल’ रहते हैं. वो ऐसा जान-बूझकर करते हैं. बतौर टीम इंडिया कप्तान उनका वो बयान सभी को याद होगा कि वो नहीं चाहते कि उनकी टीम के बारे में विपक्षी टीम को सबकुछ पहले से पता हो. इस रणनीति की वजह से कई बार उनका प्लेइंग-11 अजीब होता है. आप अजीब को असंतुलित भी कह सकते हैं. वो एक ही टीम में तीन-तीन विकेटकीपर खिला सकते हैं. वो एक बल्लेबाज को प्लेइंग 11 से बाहर बिठाकर गेंदबाज को शामिल कर सकते हैं. इसके लिए उन्हें आलोचना का शिकार भी होना पड़ता है.
दूसरी तरफ रोहित शर्मा हैं. वो बतौर कप्तान ज्यादा उछलकूद नहीं करते. ‘कन्वेंशनल’ तरीके से कप्तानी करते हैं. क्रिकेट के खेल को बिल्कुल ‘सिंपल’ रखना चाहते हैं. उनकी कप्तानी में मुंबई इंडियंस ने आखिरी बार 2017 में खिताब जीता था.
2017 सीजन में मुंबई इंडियंस ने जब सिर्फ 129 रन बनाकर खिताब जीत लिया तो रोहित शर्मा की कप्तानी की बहुत तारीफ हुई. इसके अलावा विराट कोहली की गैरमौजूदगी में जब उन्होंने टीम इंडिया की कमान संभाली तो वहां भी उन्हें कामयाबी मिली. निदहास ट्रॉफी और फिर एशिया कप में रोहित शर्मा की कप्तानी में ही भारत ने खिताब जीता था.
2019 विश्व कप के लिहाज से भी रहेगी नजर
इन दोनों खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर ही 2019 विश्व कप में भारत की दावेदारी का भविष्य टिका है. टीम इंडिया को फेवरिट जरूर माना जा रहा है लेकिन ये तब ही संभव है जब विराट कोहली और रोहित शर्मा अच्छी फॉर्म में रहें. आईपीएल के इस सीजन के शुरू होने से पहले ही रोहित शर्मा साफ कर चुके हैं कि वो पूरे सीजन में ओपनिंग करेंगे.
उनके इस स्पष्टीकरण का सीधा मतलब है कि वो अपनी फ्रेंचाइजी के लिए भी वही रोल निभाएंगे जो टीम इंडिया के लिए निभाते हैं. इससे उलट विराट कोहली पहले मैच में ओपनिंग करने आए थे. बतौर ओपनर विराट कोहली के आईपीएल में शानदार रिकॉर्ड्स हैं.
लेकिन ये स्थापित सत्य है कि आईपीएल में बतौर ओपनर विराट कोहली चाहे जितने कामयाब हो जाएं वर्ल्ड कप में उन्हें नंबर तीन पर ही खेलना है. विराट के पास किसी और बल्लेबाज से ओपनिंग कराने का विकल्प भी मौजूद है. सौ की सीधी बात ये है कि फिलहाल लिमिटेड ओवर्स के खेल में विराट कोहली के मुकाबले रोहित शर्मा कहीं ज्यादा संतुलित कप्तान दिख रहे हैं. लगातार दूसरी हार ना विराट चाहेंगे और ना रोहित.
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