मियां, रेडी हो जाओ” विराट कोहली ने हैदराबाद के तेज गेंदबाज मोहमम्द सिराज को नई गेंद थमाने से पहले ये बात कही तो जेहन में “ मियां, कप्तान बनोगे क्या” वाला ऐतिहासिक वाक्य ताजा हो गया.
बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष राजसिंह डूंगरपुर ने ये बात हैदराबाद के ही मोहम्मद अजहरुद्दीन को 1990 में पूछी थी और इतिहास गवाह है कि उसके बाद अजहर भारतीय क्रिकेट के कामयाब कप्तानों में एक बनकर उभरे. अब सिराज तो टीम इंडिया की भविष्य में कप्तानी करते तो नहीं दिख रहे लेकिन मौजूदा भारतीय कप्तान का भरोसा जीतने में वो बेहद कामयाब हो चुके हैं.
यूं तो सिराज ने ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ एक पारी में 8 विकेट लेने का कमाल दिखाया है, रणजी ट्रॉफी में हैदराबाद के लिए एक सीजन सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज भी रह चुके हैं. लेकिन क्रिकेट भी बेहद दिलचस्प खेल है और इसके आंकड़े कई बार ऐसे होते हैं कि एक नास्तिक फैन को भी कभी-कभी ऊपर वाले पर भरोसा करना पड़ जाता है.
2 मेडन आईपीएल के इतिहास में कभी भी नहीं डाले गये
आईपीएल में इस मैच से पहले किसी भी गेंदबाज ने 2 मेडन ओवर नहीं डाले थे, क्योंकि ये बेहद मुश्किल काम है और लगातार 2 मेडन तो आईपीएल के इतिहास में कभी भी नहीं डाले गये, जबकि एक से एक महान गेंदबाज इस टूर्नामेंट में शिरकत कर चुके हैं. ऐसे में अगर कोई आपको इस मैच से पहले ये कहता कि किफायती गेंदबाजी का ये आंकड़ा उस खिलाड़ी के नाम होगा, जिसने अपने आईपीएल करियर में करीब 10 रन(9.29) प्रति ओवर से रन लुटायें है, तो आपकी प्रतिक्रिया क्या होगी! जिन गेंदबाजों ने कम से कम 100 ओवर्स की गेंदबाजी की है उनमें ये सबसे मंहगी गेंदबाजी करने का इकॉनामी रेट रहा है.
लेकिन, सिराज को बुधवार की रात ना तो उन आंकड़ों की परवाह थी और उन आलोचनाओं की जो वो सालों से आईपीएल में झेलते आ रहें हैं. हां, उन्हें तसल्ली इस बात की जरूर होगी कि कप्तान कोहली ने सार्वजिनक तौर पर ये कहा कि उनके खिलाफ होने वाली आलोचनाओं से हर किसी को चोट पहुंची हैं.
लेकिन, कोहली की तारीफ में सिराज के लिए भविष्य की उम्मीदें भी छिपीं हैं. भुवनेश्वर कुमार अनफिट है और ईशांत शर्मा भी और ऐसे में अगले महीने ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए तेज गेंदबाजी के मोर्चे पर सिराज को उनकी रफ्तार और स्विंग के चलते उन्हें एक और मौका भी मिलने की उम्मीद है.
26 साल के सिराज के लिए क्रिकेट के मैदान पर हर स्पैल, हर विकेट उनके लिए एक बोनस है. 2017 में जब ऑटो चलाने वाले इंसान के बेटे को आईपीएल में 2.6 करोड़ का कांट्रैक्ट मिला तो क्रिकेट ने उसी दिन उनका और उनके परिवार का जीवन आर्थिक तौर पर धन्य कर दिया. इसके बाद वो जल्द ही भारत के लिए टी20 मैच भी खेल गये. लेकिन, अब तक सफर में सिराज ने ये महसूस किया है कि एकाध शानदार स्पैल से सुर्खियां तो बटोरीं जा सकती है, लेकिन बेहतरीन करियर के लिए लगातार अच्छे खेल की जरूरत पड़ती है.
ऐसे में सिराज को कही दूर जाने की जरूरत नहीं बल्कि जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद समी जैसे गेंदबाजों के खेल से प्रेरणा लेनी होगी जो आईपीएल के साथ साथ टीम इंडिया के लिए भी स्टार परर्फॉर्मर हैं.
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