भारत की अंडर-19 टीम ने हाल ही में इंग्लैंड को हराकर पांचवीं बार U-19 विश्व कप (U-19 World Cup) का खिताब अपने नाम किया, लेकिन इस विजेता टीम के आठ खिलाड़ियों को इंडियन प्रीमियर लीग नीलामी पूल में अपना नाम दर्ज कराने के लिए अभी कुछ और समय इंतजार करना होगा.
भारतीय क्रिकेट बोर्ड के नियमों के अनुसार ये खिलाड़ी आईपीएल नीलामी में भाग लेने के लिए पात्र नहीं है.
दो नियम हैं खिलाड़ियों के लिए बाधा
BCCI के नियमों के अनुसार केवल वे अंडर-19 खिलाड़ी जिन्होंने कम से कम एक प्रथम श्रेणी मैच या लिस्ट ए मैच खेला है, नीलामी में भाग ले सकते हैं.
यदि उनके पास घरेलू क्रिकेट का अनुभव नहीं है, तो नियमों के अनुसार खिलाड़ी को नीलामी से पहले 19 वर्ष का होना जरूरी है.
इस नियम का असर विकेटकीपर दिनेश बाना, भारत के अंडर-19 उपकप्तान बल्लेबाज शेख रशीद, बाएं हाथ के तेज गेंदबाज रवि कुमार, ऑलराउंडर निशांत सिंधु और सिद्धार्थ यादव, सलामी बल्लेबाज अंगकृष रघुवंशी, मानव पारेख और गर्व सांगवान पर पड़ेगा.
इन खिलाड़ियों ने अब तक घरेलू क्रिकेट नहीं खेला जिसका, जिसका सीधा सा कारण है कि बीते 2 साल से कोरोना के चलते घरेलू क्रिकेट बुरी तरह प्रभावित हुआ है. 1 साल तो बिल्कुल क्रिकेट नहीं खेला गया.
ऐसे में कुछ रिपोर्ट्स की मानें तो बीसीसीआई इनके लिए नियमों में छूट देने की पहल कर सकता है लेकिन अब इसकी संभावना बेहद कम है क्योंकि ऑक्शन के लिए खिलाड़ियों की लिस्ट जारी हो चुकी है और ऑक्शन के लिए एक सप्ताह से भी कम समय बचा है.
17 फरवरी से शुरू हो रहे रणजी मैचों में यदि टीमें इन्हें मौका दे भी देती हैं तो ये खिलाड़ी ऑक्शन में भाग नहीं ले पाएंगे क्योंकि ऑक्शन की तारीख 12 औक 13 फरवरी है.
इसके अलावा जो खिलाड़ी 19 साल से थोड़ा भी कम हैं उन्हें इस बार आईपीएल में मौका नहीं मिलेगा. साफ है कि आप अंडर-19 में भले ही विश्वविजेता बन जाएं लेकिन IPL नियमों के अनुसार आपकी उम्र कम है.
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