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जसप्रीत बुमराह विदेशों में सबसे तेज 100 टेस्ट विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बने

बुमराह ने सिर्फ 23 मैचों में विदेशों में 100 टेस्ट विकेट पूरे किए हैं.

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जसप्रीत बुमराह ने सेंचुरियन में दक्षिण अफ्रीका (Centurion Test) पर भारत की 113 रन की जीत के दौरान अपने करियर में एक बडी उपलब्धि हासिल कर ली. बुमराह विदेशों में 100 टेस्ट विकेट पूरे करने वाले सबसे तेज भारतीय गेंदबाज बन गए.

बुमराह ने रस्सी वैन डेर डूसन के विकेट के साथ भारत से दूर टेस्ट क्रिकेट में 100 विकेट पूरे किए. इस प्रक्रिया में, उन्होंने भागवत चंद्रशेखर के पिछले रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया.

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सिर्फ 23 मैचों में हासिल की ये उपलब्धि

बुमराह ने सिर्फ 23 मैचों में विदेशों में 100 टेस्ट विकेट पूरे किए हैं. चंद्रशेखर इस सूची में दूसरे स्थान पर हैं, जिन्होंने 25 टेस्ट मैचों में ये उपलब्धि हासिल की थी. 26 मैचों में ऐसा करने वाले रविचंद्रन अश्विन एक स्थान पीछे हैं.बिशन सिंह बेदी, जवागल श्रीनाथ और मोहम्मद शमी इस सूची में संयुक्त चौथे स्थान पर हैं, जिन्होंने इस ऐतिहासिक आंकड़े तक पहुंचने के लिए 28 मैच खेले हैं.

भारत ने साउथ अफ्रीका को पहले टेस्ट में हराया

इस बीच, गुरुवार को भारत ने 113 रन से जीत दर्ज करके साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली. बुमराह और शमी दोनों ने दूसरी पारी में तीन-तीन विकेट लिए, जबकि केएल राहुल ने भारत की पहली पारी में शतक बनाया.

मैच के बाद की प्रस्तुति में बोलते हुए, विराट कोहली ने शमी की सराहना की. कोहली ने कहा, "शमी पूरी तरह से विश्व स्तरीय गेंदबाज हैं, मेरे लिए दुनिया के शीर्ष तीन तेज गेंदबाजों में शामिल हैं. उनके लिए 200 विकेट और प्रभावशाली प्रदर्शन पाकर बहुत खुश हूं." भारतीय टेस्ट कप्तान ने पहले दिन टीम को अच्छी शुरुआत देने के लिए सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल और राहुल की भी सराहना की.

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उन्होंने आगे कहा कि "हम सही शुरुआत करना चाहते थे. चार दिनों में परिणाम प्राप्त करना दिखाता है कि हमने कितना अच्छा खेला. यह हमेशा एक कठिन जगह है, दक्षिण अफ्रीका, लेकिन हम बल्ले, गेंद और मैदान के साथ क्लिनिकल थे. बहुत सारा श्रेय मयंक और केएल के पास जाता है और हम पहले दिन के बाद 3 विकेट पर 270 रनों पर पोल की स्थिति में थे."

उन्होंने कहा, "हमें काम पूरा करने के लिए अपनी गेंदबाजी इकाई पर बहुत विश्वास था. हमने इसके बारे में चेंज रूम में बात की. चूंकि उसने पहली पारी में ज्यादा गेंदबाजी नहीं की, इससे विपक्ष को अतिरिक्त रन बनाने में मदद मिला. जिस तरह से ये लोग एक साथ गेंदबाजी करते हैं, यह हमारी टीम की उस स्थिति से परिणाम प्राप्त करने की एक बानगी है."

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