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हनुमा ने पिता के नाम किया शतक, हैट्रिक का श्रेय कोहली को- बुमराह

हनुमा विहारी जब 12 साल के थे तो उनके पिता का निधन हो गया था.

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जसप्रीत बुमराह ने वेस्टइंडीज के खिलाफ चल रहे टेस्ट मैच में हैट्रिक समेत 6 विकेट लिए हैं. बुमराह ने अपनी हैट्रिक का श्रेय कप्तान विरोट कोहली को भी दिया है. दरअसल हैट्रिक में तीसरे विकेट के लिए कोहली ने चेस के खिलाफ रिव्यू लिया था, जो सही निकला.

वहीं बल्लेबाज हनुमा विहारी ने अपने करियर का पहला शतक पिता को समर्पित किया. विहारी ने पहली पारी में 111 रन बनाए और भारत को 416 तक पहुंचाया. विहारी आउट होने वाले आखिरी खिलाड़ी थे.

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इस तरह बुमराह ने बनाई हैट्रिक...

बुमराह ने हैट्रिक के दौरान पहले ड्वेन ब्रावो को सेकंड स्लिप पर कैच कराया. इसके बाद उन्होंने ब्रूक्स को एलबीडब्ल्यू आउट किया. ब्रुक्स ने इसके खिलाफ रिव्यू भी लिया था. लेकिन अंपायर के फैसले को बरकरार रखा गया.

अगली गेंद पर बुमराह ने बैट्समैन चेस के खिलाफ अपील की. लेकिन अंपायर ने नॉटआउट करार दे दिया. कप्तान कोहली ने इस फैसले के खिलाफ रिव्यू लिया. रिव्यू में ग्राउंड अंपायर के फैसले को पलटते हुए थर्ड अंपायर ने चेस को आउट दे दिया.

दिन का खेल खत्म होने के बाद बीसीसीआई के ट्विटर हैंडल से एक वीडियो ट्वीट किया गया है. इसमें कोहली बुमराह से सवाल करते नजर आते हैं. कोहली पूछते हैं, जैसा कि हम जानते हैं बुमराह ने 6 विकेट लिए. लेकिन टेस्ट हैट्रिक लेकर आपको कैसा लग रहा है. जवाब में बुमराह कहते हैं-

दरअसल मैं जानता ही नहीं हूं, मैं अपील के लिए बहुत ज्यादा उत्सुक भी नहीं था. मुझे लगा कि शायद बल्ला छुआ है. इसलिए मैंने ज्यादा अपील भी नहीं की थी. लेकिन यह एक अच्छा रिव्यू था. इसलिए मुझे लगता है कि मेरी इस हैट्रिक का श्रेय कैप्टन को भी जाता है.
जसप्रीत बुमराह

बता दें टेस्ट में हैट्रिक लेने वाले बुमराह तीसरे भारतीय गेंदबाज बन गए हैं. उनसे पहले इरफान पठान और हरभजन सिंह यह कारनामा कर चुके हैं.

हनुमा विहारी ने पहला शतक पिता को समर्पित किया

दूसरे टेस्ट की पहली पारी में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले विहारी ने करियर का अपना पहला शतक लगाया. विहारी पहले टेस्ट की दूसरी पारी में शतक से चूक गए थे.

इस बार शतक लगाने वाले विहारी ने एक खास वजह से अपने पिता को ये शतक समर्पित किया.

जब मैं 12 साल का था, तो मेरे पिता का निधन हो गया था. जबसे मैं क्रिकेट खेल रहा हूं, तबसे मैं अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय शतक अपने पिता को समर्पित करना चाहता था. आज मेरे लिए भावनात्मक दिन है. वो जहां भी होंगे, गर्व कर रहे होंगे. मैं बहुत खुश हूं.
हनुमा विहारी

बता दें हनुमा विहारी ने भारत की पहली पारी में 111 रन बनाए थे. उन्होंने ईशांत शर्मा के साथ मिलकर एक अच्छी साझेदारी भी की. ईशांत ने भी इस मैच में अपने करियर का पहला अर्धशतक मारा.

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