सर्वोच्च अदालत द्वारा नियुक्त की गई प्रशासकों की समिति (सीओए) ने टीम इंडिया के कोचिंग स्टाफ के लिए आवेदन मांगे हैं. ऐसी खबरें हैं कि सीओए कोचिंग स्टाफ की नियुक्ति की जिम्मेदारी कपिल देव, अंशुमन गायकवाड़ और शांता रंगास्वामी को दे सकती है.
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि इन तीनों को हालांकि औपचारिक तौर पर अभी तक नियुक्त नहीं किया गया है, लेकिन इस बात पर चर्चा जोरों पर है.
अधिकारी ने कहा,
“इन लोगों को अभी तक औपचारिक तौर पर नियुक्त नहीं किया गया है, लेकिन चर्चाएं जारी हैं. इसलिए इस मुद्दे पर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा.”
इन तीनों में से एक पूर्व क्रिकेटर ने कहा, “मैं अपने बारे में तभी कुछ कह सकता हूं जब प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और मेरे पास औपचारिक नियुक्ति पत्र हाथ में होगा.”
इन्हीं तीनों को मिलाकर बीसीसीआई ने एक एड हॉक कमेटि बनाई थी, जिसने महिला टीम के कोच डब्ल्यू. वी. रमन की नियुक्ति की थी. हितों के टकराव का आरोप लगने के कारण बीसीसीाई की बनाई हुई क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) के तीनों सदस्य, सचिन तेंदलुकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण ने कोच नियुक्ति से मना कर दिया था और अपनी जिम्मेदारियों के बारे में सीओए से स्पष्टीकरण मांगा था. बीसीसीआई के लोकपाल डी.के. जैन इस मुद्दे को देख रहे हैं.
कपिल और अंशुमन गायकवाड़ खुद एक वक्त भारतीय टीम के कोच रह चुके हैं. गायकवाड़ 1997 से 1999 तक और कपिल 1999 से 2000 तक भारत के मुख्य कोच थे.
एड हॉक सीएसी भारतीय पुरुष टीम के मुख्य कोच को नियुक्त करेगी तो वहीं बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) राहुल जौहरी अन्य सहयोगी स्टाफ की नियुक्ति करेंगे, जो बोर्ड के नए संविधान के मुताबिक होगा.
बीसीसीआई ने 16 जुलाई को भारतीय टीम के मुख्य कोच, बैटिंग कोच, बॉलिंग कोच और फील्डिंग कोच के लिए आवेदन मंगाए थे. टीम का कोच और सपोर्ट स्टाफ 5 सिंतबर तक नियुक्त कर दिया जाएगा जो 2021 तक टीम के साथ रहेंगे.
(IANS रिपोर्ट्स के साथ)
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