भारतीय क्रिकेट टीम के कोच के चयन के लिए बनाई गई क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ने शुक्रवार 16 अगस्त को अपना काम पूरा कर दिया. दिनभर चले इंटरव्यू के दौरे के बाद सीएसी ने 5 उम्मीदवारों में से रवि शास्त्री को ही दोबारा टीम की जिम्मेदारी सौंपी. हालांकि इसमें सबसे चौंकाने वाला खुलासा टीम के कप्तान विराट कोहली की राय को लेकर रहा.
वेस्टइंडीज दौरे पर जाने से पहले 29 जुलाई को हुई प्रेस कांफ्रेंस में कप्तान कोहली ने रवि शास्त्री को ही अपनी पसंद बताया था. हालांकि कोहली ने तब कहा था कि सीएसी ने उनसे अभी तक राय नहीं मांगी.
“CAC ने अभी तक मुझे इस पर कोई संपर्क नहीं किया है. अगर मुझसे राय मांगी जाएगी, तो मैं उनसे बात करूंगा. जहां तक रवि भाई की बात है तो हमारी टीम ने उनके साथ मिलकर अच्छा काम किया है. सभी के बीच आपसी सम्मान का भाव है. हमें खुशी होगी अगर वो आगे भी कोच रहते हैं. लेकिन ये CAC पर निर्भर करता है.”विराट कोहली (29 जुलाई को प्रेस कांफ्रेंस में)
आखिर में हुआ भी वही. कपिल की अगुवाई वाली सीएसी ने कोहली की पसंद के मुताबिक शास्त्री को ही दोबारा कोच नियुक्त किया, लेकिन इस फैसले के लिए कोहली की राय नहीं ली गई थी.
इसका कारण बताते हुए कपिल देव ने कहा,
“कोच के चयन में कप्तान विराट कोहली की राय नहीं ली गई. अगर कप्तान की राय ली जाती, तो फिर पूरी टीम की राय जानना जरूरी होता.”कपिल देव
शुक्रवार को हुए इस ऐलान में सीएसी ने बताया कि रवि शास्त्री इस टीम के सिस्टम को और टीम के सभी खिलाड़ियों को अच्छे से जानते हैं इसलिए ये एक फायदा उनको मिला.
बतौर कोच शास्त्री का नया कार्यकाल 5 सितंबर 2019 से शुरू होगा. वो 2021 में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप टीम के साथ रहेंगे. हालांकि टीम के सपोर्ट स्टाफ के चयन में उनका रोल नहीं होगा, बल्कि ये जिम्मेदारी बीसीसीआई की सेलेक्शन कमेटी को दी गई है.
शास्त्री ने माइक हेसन, टॉम मूडी, रॉबिन सिंह और लालचंद राजपूत को पछाड़ते हुए अगले दो साल के लिए मुख्य कोच के तौर पर जगह बरकरार रखी. हेसन दूसरे नंबर पर रहे, जबकि मूडी तीसरे नंबर पर रहे. वहीं फिल सिमंस ने इंटरव्यू से पहले ही अपना नाम वापस ले लिया था.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)