एक कामयाब विकेटकीपर मैदान में मुकाबले की कहानी कैसे बदलता है, ये आईपीएल के इस सीजन में अब तक खेले गए मैचों से जाहिर हो गया है. ज्यादातर होता ये है कि लोग बल्लेबाजों की बात करते हैं या फिर गेंदबाजों की बात करते हैं. इसके बाद भी बातचीत का ‘स्कोप’ बचा तो ऑलराउंडर्स की बात होती है. मगर आईपीएल के इस सीजन में विकेटकीपर्स ने इस बात पर मजबूर कर दिया है कि उनके प्रदर्शन पर अलग से बात की जाए.
महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी, कीपिंग और बल्लेबाजी की ही बात कर लीजिए. उनकी टीम चेन्नई सुपरकिंग्स लगातार टॉप पर बनी हुई है. मंगलवार को खेले गए मैच में उनकी टीम ने सनराइजर्स हैदराबाद को 6 विकेट से हराकर सीजन की आठवीं जीत दर्ज कर ली. खैर, लौटते हैं अपनी आज की कहानी पर. इस सीजन में करीब आधा दर्जन विकेटकीपर ऐसे हैं, जिन्होंने शानदार प्रदर्शन किया है.
कोलकाता के कप्तान और विकेटकीपर दिनेश कार्तिक इस मामले में इकलौते अपवाद हैं. उनको छोड़कर इस सीजन की बाकी सभी टीमों के विकेटकीपर्स ने शानदार प्रदर्शन किया है. जबकि दिनेश कार्तिक अब तक 10 मैचों में सिर्फ 117 रन ही जोड़ पाए हैं. उन्होंने बतौर विकेटकीपर भी निराश किया है. दिनेश कार्तिक के अलावा एक नजर दूसरे विकेटकीपर्स के प्रदर्शन पर भी डाल लेते हैं. शुरुआत करते हैं सनराइजर्स हैदराबाद के विकेटकीपर जॉनी बेयरस्टो से. जॉनी बेयरस्टो मूलत: इंग्लैंड के खिलाड़ी हैं.
ये तो हुई बल्ले से कमाल की बात. अब आते हैं इस बात पर कि इन विकेटकीपर्स ने विकेट के पीछे क्या कमाल किया है. इसके सही आंकड़े जानने भी जरूरी हैं. जिससे टीमों की जीत और हार में इन खिलाड़ियों का असर समझ में आता है.
इन विकेटकीपर्स के अलावा कुछ मैचों में संजू सैमसन, सैम बिलिंग्स और निकोलस पूरन ने भी विकेटकीपिंग की है. विकेटकीपर्स के प्रदर्शन की इस कहानी में दिनेश कार्तिक की हालत जानने के बाद विराट कोहली थोड़े परेशान जरूर होंगे. दरअसल 2019 वर्ल्ड कप का टिकट दिनेश कार्तिक के पास ही है.
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