वेलिंग्टन में न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में बिना को टक्कर दिए भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा. बेसिन रिजर्व में मैच के चौथे दिन पहले सेशन में ही कीवी टीम ने भारत को 10 विकेट से हरा दिया. हालांकि कप्तान विराट कोहली ने कहा कि अगर एक हार पर बात का बतंगड़ बनाते हैं, तो वो कुछ नहीं कर सकते.
सीरीज के पहले टेस्ट मैच के चौथे दिन सोमवार 24 फरवरी को भारतीय टीम दूसरी पारी में सिर्फ 191 रन पर ढेर हो गई और न्यूजीलैंड को जीत के लिए केवल 9 रन का लक्ष्य मिला, जिसे उसने 10 गेंदों में ही हासिल कर लिया.
हार के बाद भारतीय कप्तान ने कहा कि उन्हें यह स्वीकार करने में कोई हिचक नहीं है कि न्यूजीलैंड ने पहले टेस्ट क्रिकेट मैच में उन्हें हर विभाग में मात दी लेकिन एक हार पर जैसा लोग सोचते हैं, टीम वैसा नहीं सोचती.
‘‘हम जानते हैं कि हमने अच्छा खेल नहीं दिखाया लेकिन अगर लोग इसका तिल का ताड़ बनाना चाहते हैं तो हम कुछ नहीं कर सकते क्योंकि हम ऐसा नहीं सोचते.’’विराट कोहली
‘एक हार से टीम खराब नहीं होती’
कोहली ने कहा कि उन्हें यह समझ में नहीं आता कि एक टेस्ट मैच में हार को इस तरह से क्यों देखा जाना चाहिए मानो उनकी टीम के लिये दुनिया ही समाप्त हो गयी. कोहली ने कहा कि लगातार मैच जीतने के बाद एक हार से टीम खराब नहीं हो जाती.
‘‘कुछ लोगों के लिये यह दुनिया का अंत हो सकता है लेकिन ऐसा नहीं है. हमारे लिये यह क्रिकेट का एक मैच था जिसमें हम हार गये. हम इससे आगे बढ़ते हैं और सिर ऊंचा रखते हैं.’’
कोहली ने कहा, ‘‘हम समझते हैं कि स्वदेश में भी हमें जीत के लिये अच्छा खेलना होता है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आसान कुछ नहीं होता है क्योंकि टीम आएंगी और आपको हराएंगी. आप इसे स्वीकार करते हो और इससे एक टीम के तौर पर हमारे चरित्र का पता चलता है.’’
‘हमने मुकाबला नहीं किया’
भारतीय टीम की हार का सबसे बड़ा कारण रहा टीम की खराब बल्लेबाजी. टॉस हारकर टीम पहले बल्लेबाजी करने उतरी और पहले ही सेशन में टीम की हालत पस्त हो गई.
कोहली ने माना कि टॉस एक कारण हो सकता है, लेकिन ये सबसे बड़ा कारण नहीं था और टीम मुकाबले नहीं टिक पाई.
“इस मैच में हमने पर्याप्त टक्कर नहीं दिखाई. पहली पारी में अपनी बैटिंग से हमने बहुत निराश किया. आप कह सकते हो कि टॉस की खास भूमिका रही, लेकिन ये नियंत्रण में नहीं है, इसलिए आप इसे बड़ा कारण नहीं मान सकते.”विराट कोहली
वहीं कोहली ने कहा कि अगर पहली पारी में टीम अगर 200 से ज्यादा का स्कोर खड़ा करती तो गेंदबाजों के पास मौका होता.
“हमें पता था कि परिस्थितियां बेहतर हो रही हैं. इसलिए अगर हम पहली पारी में 230-240 रन बनाते हैं, तो आप गेंदबाजों को एक मौका दे रहे हैं और दूसरी पारी में आपको ज्यादा बड़ी लीड नहीं झेलनी पड़ती.”
भारतीय टीम की हार से निराश होने का एक कारण ये भी रहा कि टीम चौथे दिन ही हार गई. कप्तान कोहली ने कहा भी अगर आप अच्छा नहीं खेलेंगे तो 4 दिन में हार ही जाएंगे.
भारतीय टीम की आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में ये पहली हार है. हालांकि टीम अभी भी 360 प्वाइंट्स के साथ टेबल में टॉप पर हैं.
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