बीसीसीआई ने क्रिकेटर यूसुफ पठान को डोपिंग टेस्ट में पॉजीटिव पाये जाने के बाद सस्पेंड कर दिया है. बीसीसीआई ने यूसुफ पठान को 5 महीने के लिए सस्पेंड किया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूसुफ पठान पिछले साल रणजी ट्रॉफी के दौरान डोप टेस्ट में फेल हो गए थे. यूसुफ पठान इस वक्त टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं.
पठान ने बीसीसाई के एंटी डोपिंग टेस्ट कार्यक्रम के दौरान 16 मार्च 2017 को नई दिल्ली में घरेलू टी-20 मैच के तहत यूरिन सेंपल दिया था. उनके इस सेंपल की जांच की गई और इसमें प्रतिबंधित पदार्थ की मात्रा पाई गई. यह पदार्थ आमतौर पर कफ सिरप (खांसी की दवा) में पाया जाता है.
जानकारी के मुताबिक, यूसुफ पठान ने अस्वस्थ महसूस करने के बाद एक ब्रोजीट नाम की मेडिसिन ली थी. इस मेडिसिन में टरब्यूटलाइन पदार्थ पाया जाता है और ये मेडिसिन बैन पदार्थों की लिस्ट में आती है. हालांकि, पठान ने कहा कि उन्होंने जानबूझकर इस दवा का सेवन नहीं किया है और इसके सेवन का मकसद सिर्फ गले में जारी संक्रमण से छुटकारा पाना था, न कि अपने प्रदर्शन को सुधारना था.
बीसीसीआई ने पठान के स्पष्टीकरण को माना और इस बात को समझा कि अपर रेस्पाइरेटरी ट्रेक्ट इन्फेक्शन (यूआरटीआई) के इलाज के लिए उन्हें गलती से 'टब्र्यूटेलिन' दिया गया.
यूसुफ पठान ने प्रतिक्रिया देते हुए बीसीसीआई को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि बीसीसीआई ने उन्हें पक्ष रखने के लिए पूरा मौका दिया.
इससे पहले 2013 में दिल्ली के गेंदबाज प्रदीप सांगवान भी डोप टेस्ट में फेल हो गये थे. प्रदीप सांगवान 18 महीने का पर बैन लगाया गया था.
इस बात को मानते हुए बीसीसीआई ने पठान पर पांच माह का निलंबन लगाया है, जो 15 अगस्त, 2017 से लागू हुआ है और यह निलंबन 14 जनवरी, 2018 को समाप्त हो जाएगा. इस बीच घरेलू सत्र में खेले गए उनके मैचों के परिणामों को भी रद्द किया जा सकता है.
- इनपुट IANS से
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