ADVERTISEMENTREMOVE AD

किदांबी से फाइनल खेलने जा रहे ह्यूं-इल 10साल पहले हुए थे ‘रिटायर’

पुलेला गोपीचंद भी हारे थे ह्यूं इल से जापान में सेमीफाइनल

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

किदांबी श्रीकांत डेनमार्क ओपन सुपर सीरीज के फाइनल में पहुंच चुके हैं. किदांबी का मुकाबला कोरिया के वेटरन खिलाड़ी ली-ह्यूं-इल से है. आपको ह्यूं इल के बारे में दूसरी चीजें बताएं, उससे पहले जान लें ये खिलाड़ी 37 साल का है और इसने 10 साल पहले पहली बार सन्यास लिया था.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

ऐसा नहीं है टेनिस में इतनी उम्र वाले खिलाड़ी नहीं हैं. मशहूर लिन डेन 35 साल के हैं. वहीं चोंग-वी 36 साल के हैं.

खास बात है कि ह्यूं इल ने 10 साल पहले सन्यास ले लिया था. लेकिन उन्होंने वापसी की. अभी तक वे चार बार सन्यास ले कर कोर्ट पर वापसी कर चुके हैं. शायद कोर्ट का मोह उनसे छूट ही नहीं रहा है.

इस बार दो महीने पहले कोरिया के डोमेस्टिक टूर्नामेंट में उन्होंने फिर से खेलना शुरू कर दिया था. ह्यूं इल का बैडमिंटन एक्सपीरियंस 22 साल का है.

वे इस वक्त जबरदस्त फार्म में भी नजर आ रहे हैं. उन्होंने कोरिया के टॉप प्लेयर सोन वान हो को हराया है.

बैडमिंटन की किताब हैं ह्यूं इल: गोपीचंद

भारतीय कोच और मशहूर बैडमिंटन खिलाड़ी पुलेला गोपीचंद ली ह्यूं से एक बार जापान ओपन में सेमीफाइनल में हारे थे. गोपीचंद ने ह्यूं इल को बैडमिंटन की किताब करार दिया है.

ली ह्यूं-इल को खेलते देखना अदभुत है. उनका फुटवर्क दुनिया के सबसे बेहतरीन फुटवर्क में से एक है. उनके पास गजब का बैलेंस है. उन्हें कोर्ट पर खेलते देखना अपने आप में जबरदस्त अनुभव है. वे बैडमिंटन की किताब हैं. हमारे लड़के 24-25 साल के हैं. 37 साल के ह्यूं-इल को देखना जबरदस्त है.

ह्यूं-इल ने कभी ओलंपिक मेडल नहीं जीता, बल्कि टाइटल मैच में उनका पर्सनल परफार्मेंस खराब ही रहा है. लेकिन उन्होंने कोरिया टीम में रहते हुए कई शानदार जीत दिलवाई हैं. कहा जाता है वे टीम में रहते हुए अपना बेस्ट देते हैंं.

श्रीकांत को ह्यूं इल से पार पाने के लिए बहुत धैर्य की जरूरत होगी. ह्यूं इल ने इस हफ्ते में कई लंबे मैच खेले हैं. उम्मीद है भारत का ये होनहार 2014 के उस प्रदर्शन को दोहराएगा, जिसमें श्रीकांत ने लिन डेन जैसे दमदार खिलाड़ी को मात देकर अपना पहला सुपर सीरीज टाइटल जीता था.

(इनपुट्स : इंडियन एक्सप्रेस)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×